कौशाम्बी में बुद्ध तपस्थली बौद्ध विहार स्थल पर्यटन विकास प्राधिकरण का किया जाए गठन:अजय सोनी

कौशाम्बी,

कौशाम्बी में बुद्ध तपस्थली बौद्ध विहार स्थल पर्यटन विकास प्राधिकरण का किया जाए गठन:अजय सोनी,

यूपी के कौशाम्बी जिले में गुरुवार को समर्थ किसान पार्टी के तत्वावधान में ग्राम उदहिन बुजुर्ग ब्लॉक सिराथू में बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान गौतम बुद्ध की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर अजय सोनी एवं अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे नमन किया और मिठाई खिलाकर एक दूसरे को बुद्ध पूर्णिमा की बधाई दी। साथ ही भगवान बुद्ध की जीवन गाथा का इस अवसर पर उल्लेख किया गया।

इस अवसर पर पार्टी नेता अजय सोनी ने कहा कि भगवान बुद्ध प्रेम, अहिंसा, दया, करुणा और मैत्री की मूर्ति थे। वे अहिंसा परमो धर्म: के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने सारा जीवन मानव जाति के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया था। आगे बताया कि भगवान बुद्ध का जन्म लुंबिनी प्रांत नेपाल में 563 ई. पू.बैसाख मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था। इसी दिन बैसाख पूर्णिमा को 483 ई. पू.में 80 वर्ष की आयु में उनका परिनिर्वाण कुशनारा वर्तमान नाम कुशीनगर में हुआ था। साथ ही इसी दिन बैसाख पूर्णिमा को ही उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था।आगे बताया कि भगवान बुद्ध प्राचीन सोलह महाजनपदों मे से एक कौशांबी आया करते थे और यहीं चातुर्मास व्यतीत किया करते थे। कौशांबी उनकी तपस्थली और वास्तव्य स्थली हुआ करती थी

इसी के साथ अजय सोनी ने प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार से बुद्ध तपस्थली कौशांबी बौद्ध विहार स्थल पर्यटन विकास प्राधिकरण के गठन किए जाने की मांग की। अजय सोनी ने कहा कि प्रयागराज संगम विकास प्राधिकरण की तरह बौद्ध धर्म की प्राचीन नगरी कौशांबी बौद्ध विहार स्थल पर्यटन विकास प्राधिकरण का गठन किया जाए और विश्व पटल पर प्रयागराज की तरह बुद्ध तपस्थली कौशांबी को भी स्थापित किया जाए। आगे कहा कि दुनिया के कई देशों के लोग हर साल बुद्ध तपस्थली कौशांबी आते हैं लेकिन सरकारी उपेक्षा के चलते विदेशी लोगों को यहां समुचित सुविधाएं और पर्यटन से संबंधित तमाम चींजे नही मिलती। जिससे उन्हें काफी असुविधा होती है। आगे कहा कि अगर केंद्र एवं प्रदेश सरकार बुद्ध तपस्थली कौशांबी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयागराज संगम विकास प्राधिकरण की तरह यहां भी हर साल फोकस करे तो लाखों विदेश पर्यटक बुद्ध तपस्थली कौशांबी आ सकते हैं और विश्व पटल पर कौशांबी का भी भव्य वजूद स्थापित हो सकता है।साथ ही हर साल करोड़ों रुपए का सरकार को राजस्व और हजारों स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिल सकता है। इस के लिए केंद्र एवं प्रदेश सरकार को वृहद स्तर पर संयुक्त कार्य योजना बनानी और उसे धरातल पर लागू करना चाहिए।

इस अवसर पर डॉ राजेंद्र प्रसाद, ज्ञान केसरवानी, शिव भवन गौतम, राजकरण चौधरी, रमेश सोनकर, कंचन सरोज, जुम्मन अली आदि मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor