कौशम्बी,
श्री मद्भागवत कथा वाचक नंद जी महाराज द्वारा सुदामा के चरित्र वर्णन पर मंत्रमुग्ध हुये श्रोता,
मंझनपुर तहसील क्षेत्र के ऊनो गांव में विपिन पांडेय के यहाँ चल रही पतित पावनी श्रीमद्भागवत कथा के सप्तम दिवस की पावन बेला में भक्तों को श्रीमद्भागवत रूपी संगम में गोता लगाते हुए एवं सुदामा चरित्र से आनंदप्रोत कराते हुए परम् पूज्य आचार्य श्री नंद जी महाराज ने कहा सत्य भी सहज है। सहजता में जीवन असाधारण होता है। सरलता के बगैर सत्य का सानिध्य नहीं मिलता।
मानव को सहज और सरल जीवन व्यतीत करने का अभ्यास करना चाहिए ।सुदामा की तरह सरलता से पृथक होते ही यह जीवन कष्टमय बन जाता है। पद और ज्ञान का दंभ जीवन को जटिलतम बनाता है। सहज और सरल जीवन के माध्यम से प्रयास के बगैर मंजिल मिलती है। सहजता में जीवन असाधारण होता है।
सुदामा और कृष्ण की असाधारण मित्रता का विशद विवेचन किया , एवं परीक्षित मोक्ष की कथा श्रवण कराते हुए कथा का विश्राम किया।








