राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने कैंडल मार्च निकालकर पहलगाम आतंकवादी हमले में शहीद नागरिकों को दी श्रद्धांजलि

कौशाम्बी,

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने कैंडल मार्च निकालकर पहलगाम आतंकवादी हमले में शहीद नागरिकों को दी श्रद्धांजलि,

यूपी के कौशाम्बी जिले में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए जघन्य आतंकवादी हमले में शहीद हुए निर्दोष नागरिकों को कैंडल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि दी।डायट मैदान से शुरू हुआ यह कैंडल मार्च शांतिपूर्ण ढंग से निकाला गया, जिसमें लोगों ने “आतंकवाद मुर्दाबाद”, “पाकिस्तान मुर्दाबाद” और “भारत माता की जय” जैसे नारे लगाए गए।

महासंघ के जिला संयोजक ओम दत्त त्रिपाठी ने कहा कि निर्दोषों के विरुद्ध ऐसी हिंसा सभ्यता के मूल्यों पर सीधा आघात है। यह हमारे देश की एकता और अखंडता पर हमला है। सभी राजनीतिक दलों और संगठनों को अपनी भिन्नताओं से ऊपर उठकर इस आतंकवादी कृत्य के विरुद्ध एकजुट होना चाहिए। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ इस घटना की घोर निंदा करता है और देश के नागरिकों से शांति, संयम एवं एकता बनाए रखने की अपील करता है। मजहब के नाम पर इस प्रकार की हत्याएँ मानवता के इतिहास पर कलंक हैं। हम मृतकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं तथा उनके परिवारों के प्रति अपनी गहन संवेदनाएँ व्यक्त करते हैं। सम्पूर्ण शैक्षिक जगत आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर मानवता एवं राष्ट्रीय एकता के मूल्यों की रक्षा करने के लिए संकल्पित हैं।

इस दौरान राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कौशाम्बी के सह संयोजक मायापति त्रिपाठी ने कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ पीड़ित परिवारों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता है और सरकार से अपेक्षा करता है कि आतंकवाद के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही कर दोषियों को दंडित किया जाए।

यह हमला न सिर्फ जम्मू-कश्मीर, बल्कि पूरे देश की आत्मा पर हमला है। उन्होंने बताया कि यह मार्च उन पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताने का एक प्रयास है, जो इस निर्मम हमले का शिकार हुए।उन्होंने भारत सरकार और सुरक्षा बलों पर भरोसा जताते हुए कहा कि पूरा देश आतंकवाद के खात्मे के लिए एकजुट है। पहलगाम में जो घटना हुई है उससे सभी मर्माहत हैं उनको श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया है।

इस मौके पर भूपेंद्र कुमार सिंह,नितिन कुमार समावेशी,मदन यादव,दीपक सिंह,बनारसी सिंह,शेष कुमार,धर्मेंद्र शुक्ल,सुनील शुक्ल,अनूप वर्मा आदि मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor