कौशाम्बी जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन, प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ

कौशाम्बी,

जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन, प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ,

उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में जिला जज/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में दीवानी न्यायालय कौशाम्बी में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया । लोक अदालत में बैंक ऋण वसूली,आनलाइन चालान,बिजली बिल,दुर्घटना बीमा,पति पत्नी से विवाद आदि बहुत सारे मामलो का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया जाता है।

राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ इलाहाबाद हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायमूर्ति समित गोपाल जी ने सपत्नी मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन कर एवम पुष्प अर्पित कर किया।इस दौरान जिला जज ब्रजेश कुमार मिश्रा ,डीएम सुजीत कुमार,एसपी हेमराज मीणा सहित सभी पटल के न्यायाधीशों ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित किया।

प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने राष्ट्रीय लोक अदालत के शुभारंभ के बाद सभी लोगो को संबोधित करते हुए कहा की लोक अदालत वादकारियों के लिए वरदान है,जिसमे सभी मामले सुलह समझौते के आधार पर समाप्त किए जा सकते है,इस लोक अदालत में जो मुकदमे दाखिल नहीं किए गए है उनको भी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से दाखिल कर सुलह समझौते के आधार पर समाप्त कर सकते है।प्रशासनिक न्यायमूर्ति की पत्नी ने वादकारियों को संबोधित करते हुए कहा की घर का विवाद घर में ही निपटा लिए जाए तो बढ़िया रहता है,यदि किसी प्रकार घर का मामला बाहर आए तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से लाए और सुलह समझौता कर ले और जीवन व्यतीत करे।वही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला जज ब्रजेश कुमार मिश्रा ने वादकारियों एवम बैंक और बिजली विभाग के अधिकारियों से निवेदन करते हुए कहा की अपने अधिकारो का प्रयोग करते हुए अधिक से अधिक वादकारियों की मदद करे और मामलो को निस्तारित करने में मदद करे।उन्होंने बताया की इस बार की लोक अदालत में लगभग 20 हजार मामलो का निस्तारण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है,अधिक से अधिक मामलो को निस्तारित किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor