कौशाम्बी,
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 233 नए जोड़ो ने लिए साथ फेरे,सांसद,डीएम,एसपी ने दिया आशीर्वाद
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकॉक्षी योजना “मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना” के अन्तर्गत शुक्रवार को नवीन मण्डी समिति, ओसा में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कुल 233 जोड़े विवाह के बन्धन में बधें, जिसमें 04 जोड़े मुस्लिम समुदाय, 36 जोड़े अन्य पिछड़ा वर्ग, 192 जोड़े अनुसूचित जाति एवं एक जोड़ा सामान्य वर्ग के सम्मिलित है।सांसद विनोद सोनकर, सदस्या उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग निर्मला पटेल, डीएम सुजीत कुमार एवं एसपी हेमराज मीणा ने नव जोड़ां को आर्शीवाद दिया एवं ईश्वर से सफल एवं सुखमय दाम्पत्य जीवन की कामना की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सांसद ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं कि ऐसे विवाह समारोह में सम्मिलित होने का अवसर मिला, जिसमें समाज के सभी वर्गों की बेटियों का विवाह बिना किसी भेद-भाव के सम्पन्न कराया जा रहा है। उन्हांने मॉ शीतला देवी से प्रार्थना करते हुए कहा कि नव जोड़ां का दाम्पत्य जीवन यशस्वी एवं सुखमय हों। उन्होंने कहा कि आप लोग सौभाग्यशाली हैं कि आपके विवाह समारोह में जनप्रतिनिधियों के साथ ही डीएम और एसपी भी उपस्थित हैं।उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में ऐसी सरकार है, जो बेटियों के जन्म से लेकर शिक्षा एंव विवाह तक चिन्ता कर अनेक कल्याणकारी योजनायें संचालित की हैं। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी ने बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था, जिसका परिणाम है कि लिंगानुपात में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि गरीब मॉ को अब अपनी बेटी के विवाह की चिंता करने की जरूरत नहीं है, प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत विवाह करा रही हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आज जिन बेटियों का विवाह हुआ है, उनके यहां अगर शौचालय एवं उज्ज्वला गैस कनेक्शन की सुविधा नहीं है तो सुविधा उपलब्ध करायी जाय।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत विवाहित जोड़ों को दाम्पत्य जीवन में खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना हेतु सहायता राशि के रूप में 35000 (पैतीस हजार) रूपये कन्या के खाते में अंतरित की जाती है तथा विवाहित जोड़ों को विवाह संस्कार हेतु आवश्यक सामग्री (कपडे़, विछिया, पायल, 07 वर्तन) हेतु 10000 (दस हजार) रूपये दिया जाता है। प्रत्येक विवाहित जोड़े पर शादी व्यवस्था हेतु रूपये 06 हजार खर्च करने का प्रावधान है। इस प्रकार कुल 51 हजार रूपये प्रत्येक जोड़े पर व्यय किये जाने का प्राविधान है।