धरना प्रदर्शन एवम बवाल पर किसानों पर दर्ज मुकदमा 26 साल बाद शासन ने किया वापस,किसानों में खुशी की लहर

कौशाम्बी,

धरना प्रदर्शन एवम बवाल पर किसानों पर दर्ज मुकदमा 26 साल बाद शासन ने किया वापस,किसानों में खुशी की लहर,

यूपी के कौशाम्बी जिले में 26 साल पहले किसानों की समस्याओं को लेकर हुए धरना प्रदर्शन के दौरान बवाल के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे को किसान नेता बलबीर सिंह की शिफारिश पर एवम सीएम योगी के आदेश पर अब न्यायालय ने समाप्त कर दिया है,इस दौरान कई किसानों की मौत भी हो गई है,किसानों पर दर्ज मुकदमा शासन द्वारा वापस लिए जाने के बाद किसानों में खुशी की लहर है।

कौशाम्बी जनपद के सृजित होने के बाद किसानों की ज्वलन्त समस्यायों को लेकर मंझनपुर डायट मैदान पर भारी संख्या में किसानों ने प्रदर्शन किया था,डीएम कौशाम्बी को पंचायत स्थल पर बुलाने पर किसान अड़े हुए थे।डीएम के पंचायत स्थल पा न आने के चलते आक्रोशित किसान डायट मैदान पर ही लकड़ी एकत्रित कर चिता बनाकर आत्मदाह करने जा रहे थे,तभी धरना स्थल पर मौजूद भारी पुलिस बल एवं फायर विग्रेड के कर्मचारियों ने डंडा चलाना शुरू कर दिया,फायर ब्रिगेड की गाड़ी द्वारा पानी की बौछार भी की गई,जिससे आक्रोशित किसानों ने भी ईंट पत्थर चलाए थे।

इस दौरान किसान नेता बलबीर सिंह चौहान शान्ति व्यवस्था के लिए अहीर मचाते रहे लेकिन किसी ने नहीं सुना,इस घटना में काफी संख्या में किसान और पुलिस के जवान भी घायल हुए थे। घटना के बाद पुलिस ने 154 किसानों को गिरफ्तार कर गम्भीर धाराओ -147-148.149.307,326 188 332 353 504 309 3/5 लोक संपत्ति अधिनियम में नैनी सेन्ट्रल जेल भेज दिया था।

लगभग 40 दिन बाद किसानों को रिहा किया गया इस बीच कई किसान अदालतों के चक्कर लगाते रहे और कई किसानों की मौत भी हो गयी, किसानों पर दर्ज मुकदमों को मापस लेने हेतु जब जो भी सरकार रही किसान नेता गुहार लगाते रहे लेकिन किसी ने कीं सुना।

बलबीर सिंह चौहान ने किसानों की समस्या को लेकर के यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिले और मुकदमा वापस लिए जाने की मांग की, प्रार्थनापत्र पर विचार करने के वाद 19/3/2024 को न्यायालय द्वारा मुकदमा वापस लेने का निर्णय लिया गया और मुकदमा समाप्त करने का आदेश पारित हो गया।किसानों पर दर्ज मुकदमा वापस हो जाने पर किसानों में खुशी की लहर है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor