कौशाम्बी,
जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपर मुख्य अधिकारी ( AMA )का रोक दिया वेतन,जनपद ने निवास नहीं करने और कार्यों में लापरवाही का आरोप,
यूपी के जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर और अपर मुख्य अधिकारी (एएमए) कमलेश सिंह के बीच चल रहा लेटर युद्ध अब सतह पर आ गया है।जिला पंचायत अध्यक्ष ने एएमए का वेतन रोकने का आदेश शासन-प्रशासन को जारी किया है, आरोप है कि एएमए सरकारी कार्यों में हीलाहवाली कर रहे हैं और मुख्यालय स्थित अपने सरकारी आवास पर रात्री निवास नहीं कर रहे हैं।
सीडीओ अजीत कुमार श्रीवास्तव ने पत्र लिखकर जिला पंचायत अध्यक्ष को सूचित किया था कि एएमए ने जनपद मुख्यालय पर मौजूदगी की लाइव लोकेशन देने में लापरवाही बरती है।वह लाइव लोकेशन नहीं दे रहे है, इसके बाद अध्यक्ष ने एएमए का एक दिन का वेतन काटते हुए 24 दिसंबर से वेतन रोकने का आदेश जारी किया।
जिला पंचायत के विकास कार्य ठप्प पड़े हैं, 2024 में पंचायत विकास निधि के 50 करोड़ रुपये खर्च नहीं किए जा सके, जिस पर आक्रोशित वार्ड के सदस्य विकास कार्यों की कमी को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वार्ड नंबर 23 की सदस्य साधना सिंह ने अपने पति के साथ एएमए के चेम्बर में धरना दिया था, जिसके बाद एएमए को तुरंत ठेकेदार भेजकर विकास कार्य शुरू कराना पड़ा था।
वही जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी (एएमए) कमलेश सिंह का कहना है कि वे समय पर दफ्तर में काम कर रहे हैं, लेकिन अध्यक्ष प्रतिनिधि उन्हें परेशान कर रहे हैं और अमर्यादित व्यवहार कर रहे हैं। इस वजह से उन्होंने शासन से अपने तबादले की मांग की है।
अध्यक्ष और एएमए के बीच बढ़ती रार और वेतन कटौती की कार्रवाई से जिला पंचायत के अधिकारी और कर्मचारियो में हड़कंप मचा हुआ हैं। दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप से कार्यालय का माहौल तनावपूर्ण हो गया है।वही जनता के लिए शासन द्वारा कराए जाने वाले विकास कार्य भी ठप पड़े हुए है।