लोहदा कांड से जुड़ी बड़ी खबर,पिता की आत्महत्या के बाद बेटा बेगुनाह साबित,पुलिस ने हटाई दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा,न्यायालय ने दी जमानत

कौशाम्बी,

लोहदा कांड से जुड़ी बड़ी खबर,पिता की आत्महत्या के बाद बेटा बेगुनाह साबित,पुलिस ने हटाई दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा,न्यायालय ने दी जमानत,

यूपी के कौशाम्बी जिले में लोहदा कांड मामले मे अब बड़ा खुलासा हुआ है। दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के आरोप में जेल भेजा गया मृतक रामबाबू तिवारी का बेटा धन्नू तिवारी आखिरकार बेगुनाह साबित हुआ है।पुलिस ने धन्नू तिवारी के मुकदमे में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा हटा दी है,वही न्यायालय ने भी धन्नू तिवारी को जमानत दे दी है।

पुलिस की विवेचना में सामने आया कि जिस नाबालिग मासूम बच्ची ने धन्नू तिवारी पर रेप का आरोप लगाया था, उसने न्यायालय में यह स्वीकार किया कि उसने अपनी मां के दबाव में आकर यह आरोप लगाए थे। इसके बाद पुलिस ने दुष्कर्म की धारा और पॉक्सो एक्ट को विवेचना से हटा दिया है।कोर्ट ने भी सबूतों और बयान के आधार पर आरोपी धन्नू तिवारी को जमानत देते हुए रिहाई का आदेश से दिया।

गौरतलब है कि जब यह आरोप लगा था, तब धन्नू तिवारी के पिता रामबाबू तिवारी ने न्याय न मिलने की पीड़ा में थाने के सामने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया था। इस आत्महत्या ने पूरे जिले में पुलिस और प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे।अब जब बेटा बेगुनाह साबित हुआ है, तो गांव में लोगों के बीच आक्रोश और दुख की लहर फिर से दौड़ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच पहले ही हो जाती, तो रामबाबू तिवारी आज जिंदा होते।

पीड़ित परिवार को अब भी न्याय की उम्मीद है, पर सवाल यह है कि क्या पुलिस और प्रशासन और समाज रामबाबू तिवारी के परिवार की खोई हुई इज्जत और रामबाबू तिवारी जान की भरपाई कर सकेगा?

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor