कौशाम्बी,
स्वास्थ्य विभाग ने की बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे अस्पतालों की जांच,तीन अस्पताल किए सील,मचा हड़कंप,
यूपी के कौशाम्बी जिला मुख्यालय मंझनपुर में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे कई अस्पतालों की सीएमओ के निर्देशन मे डिप्टी सीएमओ डा० हिन्द प्रकाश मणि एवं डा0 कृष्ण देव सिंह डिप्टी सीएमओ की संयुक्त टीम ने जांच की।जांच के दौरान कागजात नही दिकहा पाने वाले अस्पतालो को सील कर दिया गया,जबकि एक अस्पताल में कड़ा CHC में तैनात आयुष डॉक्टर प्रैक्टिस करते हुए मिले,जिनसे स्पष्टीकरण मांगा गया।
जिला मुख्यालय मंझनपुर में जिला अस्पताल के आसपास दर्जनो की संख्या में अस्पताल संचालित है,ऐसे अस्पताल जिनका रजिस्ट्रेशन नही है अथवा जिनके रजिस्ट्रेशन का रिनीवल नही हुआ है उनकी जांच के लिए सीएमओ सुष्पेंद्र कुमार के निर्देशन में टीम ने सर्वप्रथम मिड सिटी हास्पिटल, ओसा रोड मंझनपुर का निरीक्षण किया, निरीक्षण के समय डा० वीरेन्द्र मौर्या जो कि CHC कडा मे आयुष चिकित्सक के पद पर संविदा पर कार्यरत है, उपस्थित मिले,टीम के डा० हिन्द प्रकाश मणि द्वारा उनसे अपनी ड्यूटी पर उपस्थित न होकर प्राइवेट हास्पिटल संचालित करने पर पूछा गया तो उनके द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नही दिया गया। डा0 वीरेन्द्र से मिड सिटी का पंजीकरण /नवीनीकरण प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये जाने को कहा गया तो उनके द्वारा नही प्रेषित किया जा सका।जिसके बाद डिप्टी सीएमओ डा0 हिन्द प्रकाश मणि द्वारा मिड सिटी हास्पिटल का नवीनीकरण न होने पर सील कर दिया गया।
इसके बाद टीम फार्च्यून हास्पिटल, ओसा रोड, मंझनपुर पहुँची,जहाँ प्रबंधक से हास्पिटल का पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रेषित किये जाने को कहा गया, किन्तु उनके द्वारा नही दिखाया जा सका। फार्च्यून हास्पिटल पंजीकरण न होने पर सीलिंग की कार्यवाही की गयी। इसके बाद प्रत्यूष हास्पिटल, ओसा रोड, मंझनपुर कौशाम्बी का निरीक्षण किया। प्रत्यूष हास्पिटल मे प्रबंधक से पंजीकरण प्रमाण पत्र दिखाने को कहा गया। जिसमे यह पाया गया कि उक्त हास्पिटल का नवीनीकरण नही हुआ है। बिना नवीनीकरण के संचालित होने पर प्रत्यूष हास्पिटल को टीम द्वारा सील किया गया।
सीएमओ डा० सुष्पेन्द्र कुमार ने ऐसे समस्त संचालकों जो कि बिना पंजीकरण /नवीनीकरण कराये अवैध रूप से चिकित्सीय कार्य मे लिप्त है को कडी चेतावनी देते हुये सचेत किया है कि वे तत्काल अपने-अपने प्रतिष्ठानों का पंजीकरण/ नवीनीकरण करा लें। यदि टीम के निरीक्षण मे कोई भी चिकित्सा प्रतिष्ठान अवैध रूप से संचालित पाये जाते है तो उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
सीएमओ ने यह भी अवगत कराया कि डा० वीरेन्द्र के विषय मे कई शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि वे अपनी ड्यूटी मे न जाकर प्राइवेट प्रैक्टिस करतें है,उसका प्रमाण भी आज प्राप्त हो गया है। डा० वीरेन्द्र के विरूद्ध संविदा कर्मचारी मानव संसाधन नीति के तहत जो भी नियमानुसार कार्यवाही होगी की जायेगी।