कौशाम्बी
ज़िले में सेना की नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से ठगी करने का गैंग सक्रिय है। चार युवकों से छह-छह लाख वसूलने के बाद उन्हें सेना में नौकरी ज्वाइन करने का फर्जी लेटर भी थमा दिया गया। लेटर लेकर नौकरी ज्वाइन करने जब युवक असम पहुंचे तो सेना के अफसरों ने फर्जीवाड़े की जानकारी दी। ठगी के शिकार युवकों ने मामले की शिकायत एसपी राधेश्याम से की। एसपी ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है।कोखराज़ थाना क्षेत्र के रामपुर सुहेला निवासी शैलेन्द्र यादव ने बताया कि वह बेरोजगार है। उसकी मुलाकात पिछले दिनों सदर तहसील में स्टांप बेचने वाले एक जसवंत यादव से हुई। वह कोतवाली क्षेत्र के ही पतेरिया मजरा निजामपुर नौगीरा का रहने वाला है। स्टांप विक्रेता ने उसे फौज में नौकरी का लालच दिया। इसके बाद वह अपने भाई कुछ रिश्तेदारों के साथ फतेहपुर के दुगरेई गांव में ब्याही अपनी बहन के घर ले गया। बताया कि बहनोई की फौज में अच्छी पकड़ है। वह उसकी नौकरी लगवा देगा। शैलेन्द्र के मुताबिक वह नौकरी के झांसे में आ गया और अपने साथी सदर कोतवाली के अम्बवा गांव निवासी राजकिशोर मौर्या के साथ दुगरेई पहुंचा। वहां बातचीत के बाद छह-छह लाख में नौकरी का वादा हुआ। राजकिशोर ने दो लाख नकद व चार लाख बैंक खाते में जबकि शैलेंद्र ने एक लाख नकद व पांच लाख जालसाजों के खाते में ट्रांसफर किए। आरोप है कि इसके बाद उसे नौ मई को सेना में ज्वाइनिंग का लेटर थमा दिया गया। लेटर लेकर वह लोग ज्वाइनिंग के लिए असोम पहुंचे तो उन्हें फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। यहां आकर जब जालसाजों से पैसा मांगा गया तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। पीड़ितों ने एसपी से शिकायत की जिस पर एसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सेना में भर्ती के नाम पर गैंग ने अपने जाल में फसाकर कई बेरोज़गार को लाखों का चूना लगा चुके हैं।