कौशाम्बी
ज़िले में दूसरे प्रदेश के युवकों को बुलाकर शादी कराने के नाम पर ठगी करने वाले कई लोग सक्रिय है।यह ठग अन्य प्रदेशों के लोगो से सम्पर्क बनाकर उन्हें बुलाते है और उनसे ठगी कर फरार हो जाते है।ताजा मामला मंझनपुर कितवाली के पास का है जहां एक युवती और किराये के भाई ने शादी कराने का झांसा देकर बागपत के रहने वाले एक युवक से 90 हज़ार रुपये ठग लिया। हालांकि युवक ने जब अपने को ठगा महसूस किया तो एक शातिर को पकड़ लिया। जिसको छुड़ाने के लिये विधायक लिखी गाड़ी से आधा दर्जन बदमाश भी आये। लेकिन सही समय पर मंझनपुर पुलिस मौके पर पहुच गयी। जिससे बदमाशो को उल्टे पाव भागना पड़ा। मंझनपुर पुलिस शातिर को गिरफ्तार कर थाने ले गयी। जहा उससे पूछताछ की जा रही है।मंझनपुर तहसील क्षेत्र के सरसवा निवासी प्रताप बागपत के बड़ौत में प्राइवेट नौकरी करता था। बड़ौत के ही रहने वाले संजीव से उसकी दोस्ती हो गयी। संजीव ने अपनी शादी का प्रस्ताव रखा तो प्रताप ने कौशाम्बी में शादी करवाने की बात कही। साथी होने के कारण संजीव और उसका भाई सचिन शादी करने प्रताप के पास मंझनपुर आ गए। प्रताप ने एक युवती और उसकी कथित माँ से दोनों भाइयों को मिलवाया। बात तय होने पर जेवरात सहित 90 हज़ार रुपये दिया। उसके बाद युवती और उसकी कथित माँ चकमा देकर मौके से फ़रार हो गईं। साथ ही प्रताप भी बहाना बना कर वहा से निकलना चाह रहा था। तभी उन लोगो को शक हो गया और युवक को पकड़ लिया। कुछ देर बाद विधायक लिखी गाड़ी से आधा दर्जन लोग आये और प्रताप को जबरन गाड़ी में बैठाने लगे। इसका विरोध दोनों भाइयों ने किया तो भीड़ इकट्ठा होने लगी। मामला एसपी ऑफिस के करीब का होने के चलते मौके पर मंझनपुर पुलिस पहुच गयी। पुलिस देख कार सवार भाग निकले। वही पुलिस प्रताप को पकड़कर थाने लायी। पुलिस पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर ठगी करने वाली कथित माँ-बेटी की तलाश कर रही हैं।