फर्जी दस्तावेजों पर बनीं शिक्षिका को 2 वर्षों से तलाश रहा शिक्षा विभाग, एसआईटी की जांच में हुआ खुलासा

कौशाम्बी,

फर्जी दस्तावेजों पर बनीं शिक्षिका को 2 वर्षों से तलाश रहा शिक्षा विभाग, एसआईटी की जांच में हुआ खुलासा,

यूपी के कौशांबी जिले में शिक्षा विभाग में एसआईटी की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। एसआईटी के हत्थे एक महिला फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करते पकड़ी गई। महिला ने वर्ष 2016 में अमेठी जनपद में बतौर शिक्षिका नियुक्ति पाई थी। दो वर्ष बाद उसने इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर कराकर गृह जनपद में तैनाती कराई थी। महिला ने कौशांबी के दो अलग-अलग प्राथमिक विद्यालय में वर्ष 2020 तक बतौर सहायक अध्यापक नौकरी की है। एसआईटी ( स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) ने बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। इस बात की जानकारी जब महिला शिक्षिका को हुई तो वह फरार हो गई। अभी तक महिला का कहीं कोई पता नहीं चला है।

सिराथू तहसील की धुमाई केन कनवार गांव निवासी स्नेहलता ने 5 सितंबर 2016 को अमेठी जनपद के एक प्राथमिक विद्यालय में बतौर शिक्षिका नियुक्त पाई थी। महिला ने लगभग 2 साल तक नौकरी करने के बाद अपना तबादला कौशांबी जिले में करवा लिया था। स्नेहलता ने चायल ब्लाक क्षेत्र में 26 जून 2019 को अपनी तैनाती कराई। इसके बाद दोबारा उसने अपना समायोजन सिराथू ब्लॉक के रामपुर सुहेला स्थित प्राथमिक विद्यालय में करवा लिया। स्नेहलता ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे शिक्षिका की नौकरी हासिल की है। इस बात की जानकारी किसी को हुई गई तो उसने एसआईटी को पत्र भेजकर जांच कराने की मांग की। एसआईटी ने जांच किया तो हकीकत से पर्दा उठ गया। जांच रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के मणिपाल विश्वविद्यालय मणिपाल से संबद्ध राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान सिकंदराबाद तेलंगना से जारी डॉक्टर ऑफ एजुकेशन D.Ed का फर्जी दस्तावेज लगा हुआ है। एसआईटी ने कौशांबी बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया। एसआईटी का पत्र मिलते ही बीएसए ने शिक्षिका को नोटिस भेजी। मामले की जानकारी जब महिला शिक्षिका को हुई तो वह फरार हो गई। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि यह मामला फर्जी अभिलेखों के आधार पर नियुक्ति का है, संबंधित शिक्षिका के संबंध में पत्र आया है। अमेठी में इनकी पहली नियुक्ति हुई थी। इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर से हमारे जनपद में वर्ष 2018 में आई थी। एसआईटी के माध्यम से जांच प्रक्रिया चल रही थी। जब एसआईटी का लेटर आया तो हमने शिक्षिका को दो नोटिस नोटिस भेजी थी। अभी नियमानुसार इनकी सेवा समाप्त कर विधिक कार्रवाई की जाएगी प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला विद्यालय में अनुपस्थित चल रही हैं।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor