लखनऊ में गिरफ्तार निवेशकों के रुपये डकारने वाले के तार कौशाम्बी से भी जुड़े

कौशाम्बी

निवेशकों से करोड़ों रुपये गबन करने के बाद लखनऊ के विभूति खंड क्षेत्र से पकड़े गए शातिर प्रदीप कुमार अस्थाना के तार कौशांबी जिले से भी जुड़े हुए हैं। लखनऊ में उसकी गिरफ्तारी के बाद मामला सुर्खियों में आया तो बुधवार को पुलिस अधीक्षक अभिनंदन से भी कंपनी के एक एजेंट ने जनपद के निवेशकों से लाखों रुपये ठगने का आरोप लगाया। शिकायत पर एसपी ने मंझनपुर इंस्पेक्टर को एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।

लखनऊ के विभूति खंड क्षेत्र से 27 फरवरी को कैमुना क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी का कर्ताधर्ता प्रदीप कुमार अस्थाना निवासी नईगंज सदर कोतवाली जौनपुर हाल निवास शाही सदन बी-17 सेक्टर जे थाना अलीगंज लखनऊ पकड़ा गया। उसने एनबीएफसी के हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये धोखाधड़ी कर डकार लिए और फरार हो गया था। लखनऊ पुलिस ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजवाया। वहीं, यह मामला सुर्खियों में आया तो बुधवार को पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के गोराजू निवासी महेंद्र कुमार द्विवेदी ने एसपी अभिनंदन को शिकायती पत्र दिया। साथ ही आरोप लगाया कि लखनऊ में पकड़े गए प्रदीप अस्थाना ने कैमुना क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड की एक शाखा मंझनपुर में खोल रखी थी। इस कंपनी का महेंद्र द्विवेदी एजेंट था। उसने छह साल में धन दो गुना होने की शर्त पर अपने एक लाख रुपये दिसंबर 2013 में कंपनी में जमा कर रखे थे। इसके अलावा रिश्तेदार राघवेंद्र कुमार के 70 हजार, सुप्रिया पांडेय के 60 हजार व पांच हजार, महेंद्र कुमार के 50 हजार, सुशीला देवी के 50 हजार रुपये जमा कराए थे। इतना ही नहीं, कंपनी से जुड़े जिले के तमाम एजेंटों ने भी तमाम लोगों का निवेश कंपनी में कराया था। शर्त के अनुसार बांड पूरा होने के पहले ही कंपनी में ताला बंद कर कर्मी फरार हो गए। लाखों रुपये डूबने के कारण निवेशकों ने एजेंटों पर दबाव बनाना शुरू किया।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor