जेल से छूटकर जमानत बाहर आए हत्या और रेप के आरोपियों ने किशोरी को सरेआम सड़क पर कुल्हाड़ी से काट डाला,देखते रहे लोग

कौशाम्बी,

जेल से छूटकर जमानत बाहर आए हत्या और रेप के आरोपियों ने किशोरी को सरेआम सड़क पर कुल्हाड़ी से काट डाला,देखते रहे लोग,

यूपी के कौशाम्बी जिले में सरेशाम एक 17 साल की किशोरी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई,घटना सोमवार की शाम लगभग 5 बजे की है, हत्या का आरोप हत्या के मामले में ही 2 दिन पहले जमानत पर आये युवक व उसके सगे भाई पर ही लगा है। हत्या की सूचना पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी।

घटना महेवाघाट थाना क्षेत्र के ढेरहा गांव का है,जहा की एक किशोरी सोमवार को गांव के खेत से मवेशियों को चराकर घर लौट रही थी,गांव के अंदर सड़क पर अचानक अशोक नाम का युवक व रेप के मामले में आरोपी पवन पुत्रगण राम कृपाल निषाद से उनका विवाद हो गया। अशोक व पवन ने सरेआम गांव की सड़क पर किशोरी को कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी।

स्थानीय लोगों के मुताबिक गांव की सड़क पर हो रहे हमले में किशोरी को बचाने की किसी ग्रामीण की हिम्मत नहीं हुई, हत्या के बाद किशोरी ने मौके पर तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया, आरोपी दोनों भाई गांव से फरार हो गए।

स्थानीय लोगों के मुताबिक गांव के अशोक निषाद कुछ दिन पहले जेल से हत्या के एक मामले में जमानत पर जेल से बाहर आया था,जबकि उसके भाई पवन पर 3 साल पहले मृतक किशोरी ने रेप का केस दर्ज कराया था,जिसके बाद से आरोपी लगातार किशोरी के परिवार पर मुकदमे में सुलह का दबाव बना रहे थे।

बताया जाता है कि पवन लगातार किशोरी के परिवार पर रेप के मामले में रेप का दबाव बना रहा था। लेकिन पीड़ित परिवार हार मानने को तैयार नहीं था। दो दिन पहले जब उसका बड़ा भाई अशोक हत्या के मामले में जमानत पर बाहर आया तो दोनों ने मिलकर परिवार पर दबाव बनाया। जिसके चलते दोनों पक्षों में फिर विवाद हो गया। जिसके बाद घात लगाकर दोनों भाइयों ने रेप पीड़िता को ही कुल्हाड़ी से काट डाला।

हत्या के मामले में एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि एक ही बिरादरी के दो पक्षों के बीच पुरानी रंजिश और मुकदमे बाजी को लेकर विवाद हुआ था,जिसमें एक पक्ष ने धारदार हथियार से किशोरी की हत्या कर दी,परिजनो की तहरीर पर आरोपियों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है,अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor