कौशाम्बी,
कौशाम्बी में नगर निकाय चुनाव की बढ़ी सरगर्मी,सभी नगर निकायों के वार्डो के आरक्षण की सूची शासन को हुई प्रेषित,घोषणा का इंतेजार
यूपी के कौशाम्बी जिले में नगर निकाय के चुनाव के लिए आरक्षण जारी होने का अब नेताओ सहित जनता को भी बेसब्री से इंतजार है। वैसे तो फिलहाल पहले नगर निकायों के वार्डों का आरक्षण आएगा।लेकिन सभी की निगाहे अध्यक्ष पद और वार्डो के सदस्यों के आरक्षण पर लगी हुई है।जनपद से दो नगर पालिका परिषद सहित सभी नगर निकायों के वार्डो के आरक्षण की सूची शासन को प्रेषित की जा चुकी है,उम्मेद है कि सोमवार अथवा मंगलवार को सूची जारी हो सकती है।इसके बाद नगर पंचायत व नगर पालिका के अध्यक्ष पद का आरक्षण घोषित होगा।
जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, दावेदारों की धड़कनें भी तेज होने लगी हैं।नगर निकाय चुनाव को लेकर सभी दावेदारों की अपनी अलग राजनीतिक गणित चल रही है। सामान्य सीट के दावेदार यह नहीं चाहते हैं कि सीट अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित हो। यही हाल है अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति के दावेदारों का भी है। सभी वर्गों के दावेदार अपने मनमाफिक आरक्षण की आस लगाए बैठे है ।
वार्डों का आरक्षण सोमवार अथवा मंगलवार को आ सकता है। इस पर सभासद पद के प्रत्याशियों की पैनी निगाह लगी हुई है। आरक्षण आने से पहले दावेदार खुलकर सामने आ चुके हैं। वह वार्ड से लेकर क्षेत्र तक में अपना प्रचार शुरू कर दिए हैं। नगर पंचायत व नगर पालिका क्षेत्र के विद्युत पोल व दीवारों को होर्डिंग से पाट दिया गया है। वार्डों का आरक्षण जारी होने के बाद नगर पंचायत व नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण जारी किया गया जाएगा। दावेदार को अब इसकी चिंता सताने लगी है। सीट क्या होगी, क्या नहीं होगी। दावेदारों ने खुद को बेहतर साबित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रखी है। यदि आरक्षण में उनकी दावेदारी खारिज हुई तो उन्हें तगड़ा झटका लगना तय है।
नगर पंचायत व नगर पालिका के दावेदार राजनीतिक दलों से चुनाव लड़ने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। दावेदारों की पहली प्राथमिकता है कि वह किसी न किसी पार्टी के सिंबल से चुनाव मैदान में उतरे। भाजपा से टिकट के लिए होड़ मची है। एक-एक सीट पर कई दावेदर हैं। यही हाल वार्डों का भी है। सपा में भी इसको लेकर घमासान मचा हुआ है।