वैज्ञानिक शोध की जिज्ञासा जागृत करें विद्यार्थी,नवीन तकनीक का अध्ययन जीवन के लिए आवश्यक:डीएम

कौशाम्बी,

वैज्ञानिक शोध की जिज्ञासा जागृत करें विद्यार्थी,नवीन तकनीक का अध्ययन जीवन के लिए आवश्यक:डीएम,

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0प्र0 (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग उत्तर प्रदेश शासन) के दिशा – निर्देशन में जिला विज्ञान क्लब कौशाम्बी द्वारा मेधावी विधार्थियो हेतु वैज्ञानिक शोध प्रयोशाला का भ्रमण एवं वैज्ञानिक व्याख्यान कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद के 11 माध्यमिक विद्यालयों से 114 विद्यार्थियों का भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आई0 आई0आई0टी0) प्रयागराज में भ्रमण एवं अध्ययन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

डायट मैदान मंझनपुर से डीएम सुजीत कुमार ने बस को हरी झंडी दिखाकर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को रवाना किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में डीएम सुजीत कुमार ने कहा कि प्रयोगशाला भ्रमण कार्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों में वैज्ञानिक शोध की जिज्ञासा जागृत होती है। विद्यार्थियों के अंदर वैज्ञानिकस सोच एवं चेतना उत्पन्न होती है और विद्यार्थियों में विज्ञान प्रौद्योगिकी प्रति रुचि उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि हमें नवीन तकनीक के अध्ययन पर जोर देना चाहिए।इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर सच्चिदानंद यादव ने विद्यार्थियों को प्रयोगशाला भ्रमण की शुभकामनाएं दी।

भ्रमण कार्यक्रम के उद्देश्य को बताते हुए समन्वयक जिला विज्ञान क्लब वसीम अहमद ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बढ़ते शोध एवं विकास से स्कूली विद्यार्थियों को जोड़ने एवं विद्यार्थियों के दैनिक जीवन में वैज्ञानिक सोच, कार्य व्यवहार को बढ़ावा देने, विद्यार्थियों के मस्तिष्क में उत्पन्न होने वाले कौतूहल, प्रश्नों एवं प्रयोगों का समाधान करने एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कैरियर स्थापित करने के उद्देश्य से विज्ञान क्लब द्वारा वैज्ञानिक शोध प्रयोगशाला के भ्रमण का आयोजन किया गया।

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) में बच्चो को एडवांस भौतिकी प्रयोगशाला एवं रोबोटिक लैब का भ्रमण एवं अध्ययन कराया गया। विद्यार्थियों को डाई इलेक्ट्रिक कांस्टेंट. कैपेसिटेंस,स्प्रिंग कांस्टेंट, बरनौली थ्योरम, प्रकाश के विवर्तन एवं व्यतिकरण, डबल स्लिट, न्यूटन रिंग प्रकाश का परावर्तन एवं अपवर्तन, लीनियर एयर ट्रैक, विस्कोसिटी,पीएन जंक्शन, हॉल इफेक्ट के अतिरिक्त सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, लाइट आदि से संबंधित प्रयोगों को *असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अखिलेश तिवारी, डॉ० संजय सिंह* एवं संस्थान के रिसर्च स्कॉलर्स द्वारा बहुत ही विस्तार से सरलता पूर्वक समझाया गया।

इसी क्रम में रोबोटिक से संबंधित प्रयोगशाला भ्रमण में लैब इंचार्ज प्रोफेसर बृजेन्द् सिंह के नेतृत्व में रोबोट के कार्य करने के तरीके एवं उनकी बनावट को प्रदर्शित किया गया। विद्यार्थियों को बताया गया कि मानव के निर्देश पर ही रोबोट मनुष्य के तरीके से कार्य करता है।इस अवसर पर भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अखिलेश तिवारी ने कहा कि भ्रमण कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों में वैज्ञानिक सोच,कार्य व्यवहार को बढ़ावा देना एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनको उचित अवसर प्रदान करना है।

उन्होंने कहा कि विज्ञान में सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ प्रयोग बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि ऐसे संस्थान में नामांकन के लिए आपको कठिन परिश्रम के साथ अध्ययन करना होगा । इसी क्रम में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर संजय सिंह ने कहां की यह आवश्यक नहीं है कि साधन संपन्न परिवार के बच्चे ही जीवन में सफल होते हैं उन्होंने कई उदाहरण देते हुए समझाया कि आप जिस परिवेश से हैं वहां से भी आगे बढ़ने के बहुत अवसर हैं, इसके लिए आपको वैज्ञानिक तरीके व ईमानदारी नियमित कार्य करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का पूर्ण प्रयत्न करना चाहिए।

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर मुकुल एस सतावणे ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।प्रतिभागी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर अखिलेश तिवारी एवं डॉ संजय सिंह के द्वारा प्रमाण पत्र, प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

इस अवसर पर संस्थान के रिसर्च स्कॉलर सुरेंद्र, विदुषी, रोशनी सिंह, वंदना, राजकुमार, शाहरुख एवं पंकज ने विद्यार्थी विद्यार्थियों के भ्रमण में सक्रिय सहयोग किया।
डॉ0 रविंद्र कुमार, बालेंद्र चौधरी, कल्याण सिंह, रोहित कुमार, हृदेंद्र कुमार, राधेश्याम पांडेय, ऋचा विश्वकर्मा, विनीता देवी, उमेश कुमार, विपुल प्रताप सिंह, वीरेंद्र कुमार, पारितोष त्रिपाठी,रमेश कुमार,ज्ञानेंद् कुमार, सत्य दयाल सिंह, आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor