सेंट फ्रांसिस स्कूल बेरुआ में पौधरोपण कर छात्रों ने लिया प्रदूषण मुक्त पृथ्वी बनाने का संकल्प

कौशाम्बी,

सेंट फ्रांसिस स्कूल बेरुआ में पौधरोपण कर छात्रों ने लिया प्रदूषण मुक्त पृथ्वी बनाने का संकल्प,

यूपी के कौशाम्बी जिले में विश्व युवक केंद्र दिल्ली तथा बसेरा प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में चलाया जा रहा विश्व पर्यावरण दिवस 2024 एक मासीय जागरूकता तथा वृक्षारोपण अभियान का समापन सेंट फ्रांसिस स्कूल बेरुआ में सम्पन्न हुआ। विद्यालय के प्रधानाचार्य
जेराल्ड पी. डिसूजा को पर्यावरण के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिये वसेरा द्वारा ” पर्यावरण प्रहरी सम्मान 2024″ से अंगवस्त्र तथा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों ने वृक्ष रैली निकाल कर वृहद पौधरोपण का कार्य किया।

पौधरोपण के पश्चात भूमि पुनर्स्थापना मरुस्थलीकरण, सूखा लचीलापन विषय पर परिचर्चा संवाद आयोजित हुआ। इसमें छात्र-छात्राओं द्वारा बढ़ते तापमान के कारण इस वर्ष मई- जून में जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को साझा किया। जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए छोटी नदियों, परंपरागत जल स्रोतों के पुनर्जीवन, वृक्षो की कटान कम करने तथा वृक्षारोपण अभियान निरंतर चलाने का सुझाव दिया।सभी छात्र-छात्राओं ने हमारी धरती, हमारा भविष्य के लिये अपने-अपने घरों में माँ के नाम एक पौध लगाने, पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त बनाने तथा छोटी नदियों, जल स्रोतों के पुनर्जीवन के माध्यम से भूमि पुनर्स्थापना, मरुस्थलीकरण, सूखा लचीलापन, जलवायु परिवर्तन पर काम करने का संकल्प लिया।

इसके पश्चात विश्व पर्यावरण दिवस 2024 के थीम पर निबन्ध तथा चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। छात्राओं में अनुष्का वर्मा , निष्ठा , आंशिक मिश्रा, आस्था खरे तथा छात्रों में सुधीर कुमार निर्मल,शाश्वत, विभोर मोदनवाल तथा श्रेयांश को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। वृक्षारोपण अभियान में सम्मिलित सभी छात्र-छात्राओं को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
बसेरा के सेक्रेटरी देवेन्द्र कुमार शर्मा ने विश्व युवक केंद्र के प्रति वसेरा को पर्यावरण अभियान के लिए अपना सहयोगी चुनने पर आभार प्रकट किया।

उन्होंने बताया कि बच्चे ही हमारे भविष्य है, आने वाली पीढ़ी को धरोहर के रूप में स्वच्छ पर्यावरण देना हम सभी की जिम्मेदारी है। आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण के प्रति चिंता विद्यालय द्वारा सर्वोत्तम प्रदान की जा रही शिक्षा का परिणाम है।सभी शिक्षण संस्थानों में माह में एक दिन इसी तरह विभिन्न विषयों पर परिचर्चा आयोजित किया जाना चाहिए।विद्यालय के प्रधानाचार्य ने स्मृति चिन्ह देकर बसेरा के सचिव का स्वागत किया।

उक्त अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ-साथ सभी स्टाफ और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor