दिल्ली में प्रदर्शनरत महिला पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेसियों ने अंबेडकर की मूर्ति के सामने बैठकर किया धरना प्रदर्शन

कौशाम्बी,

दिल्ली में प्रदर्शनरत महिला पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेसियों ने अंबेडकर की मूर्ति के सामने बैठकर किया धरना प्रदर्शन,

यूपी के कौशाम्बी जिले में कांग्रेसियों ने अंबेडकर प्रतिमा के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों के साथ हो रही ज्यादती का विरोध किया है। सोमवार की शाम कांग्रेस जिला अध्यक्ष अरुण कुमार विद्यार्थी अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ मंझनपुर मुख्यालय स्थित ओसा रैन बसेरा में संविधान निर्माता अंबेडकर जी की प्रतिमा के सामने दिल्ली जंतर मंतर पर महिला पहलवान खिलाड़ियों के साथ हो रहे गलत व्यवहार कर विरोध करते हुए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।

धरना प्रदर्शन में शामिल महिला कार्यकर्ता हाथों में पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही थी। जिसमें स्लोगन लिखा था की भाजपा सांसद से बेटियां बचाओ और बृजभूषण शरण सिंह को भारत की बेटियों के सम्मान में गिरफ्तार करो। साथ ही कांग्रेसी कार्यकर्ता भाजपा विरोधी जमकर नारे लगा रहे थे।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरुण विद्यार्थी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कल देखने को मिला कि देश के खिलाड़ी जिन्होंने मेडल जीतकर लाया और देश का नाम रोशन किया। वह जंतर मंतर पर शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी मांग थी कि बृजभूषण सरवन सिंह ने जो यौन उत्पीड़न किया है उनकी गिरफ्तारी हो और वह अपने पद से इस्तीफा दे। लेकिन प्रशासन ने उन्हें जबरदस्ती उन्हें जंतर मंतर से उठाकर गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं आपने देखा कि महिलाओं के साथ पुलिस ने किस बर्बरता के साथ उनके कपड़े फाड़ दिए। उन को पीटा गया, जो बेटियां देश के लिए मेडल जीत के लाई उनके साथ आज ही अन्याय हो रहा है। ऐसे ही रहा तो कौन अपनी बेटियों को खेलने के लिए भेजेगा। कांग्रेसियों ने इसके खिलाफ आज बाबा साहब की मूर्ति के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किया।

हम मांग कर रहे हैं कि बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार किया जाए। और उन्हें जेल भेजा जाए। और बेटियों को न्याय मिलना चाहिए। जंतर मंतर पर बैठे 26 दिन हो गए, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। अगर इस देश में बेटियों को न्याय पाने के लिए दर-दर भटकना पड़ेगा तो हम ऐसे भाई घर नहीं बैठ सकते। हमको सड़कों पर उतरना पड़ेगा। और अगर जरूरत पड़ी तो हम संसद और विधानसभा घेरने का काम करेंगे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor