कौशाम्बी,
हापुड़ घटना को लेकर हड़ताल पर रहे अधिवक्ता,प्रदर्शन कर उत्तर प्रदेश शासन और प्रशासन का फूंका पुतला,
यूपी के कौशाम्बी जिले में हापुड़ की घटना को लेकर अधिवक्ता बृहस्पतिवार को भी हड़ताल पर रहे, अधिवक्ता लगातार 16वें दिन प्रदर्शन करते हुए सड़क पर उतरे,सरकार विरोधी नारे लगते हुए उप्र शासन का पुतला फूंका, वहीं दूसरी ओर कुछ अधिवक्ताओं ने लाइब्रेरी हाल में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। अधिवक्ता नर नारायण मिश्रा का कहना है कि वह सरकार से मांगे पूरी होने तक लगातार आमरण अनशन करेंगे।
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के आवाह्न पर प्रदेश भर के अधिवक्ताओं सहित कौशाम्बी मॉडल जिला बार के अधिवक्ता आज भी हड़ताल पर रहे। वकीलों ने न्यायालय का कोई भी कार्य नहीं किया,इस दौरान वाद कारियो को न्यायालय से मुकदमों में सिर्फ तारीख ही मिल सकी।
बृहस्पतिवार को हुए आंदोलन में अधिवक्ताओं ने विकास भवन गेट पर उत्तर प्रदेश शासन व प्रशासन का पुतला फूंका। इस दौरान दर्जनों की संख्या में एकत्रित अधिवक्ताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश जायसवाल ने बताया, अधिवक्ताओं की सिर्फ पांच मांगे हैं, जिसे सरकार पूरा करने में आनाकानी कर रही है। 16 दिन के आंदोलन के दौरान उन्होंने केवल सरकार से अनुनय विनय किया है। ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार अधिवक्ताओं के सब्र की परीक्षा ले रही है।
अधिवक्ताओ पर दर्ज मुक़द्दमे वापस लेने की मांग पर बार के महामंत्री लक्ष्मीकांत त्रिपाठी ने बताया कि हापुड़ लाठी चार्ज कांड के विरोध में उनकी पांच सूत्रीय मांगे हैं। जिसमें हापुड़ के डीएम एसपी को तत्काल हटाया जाय, घायल अधिवक्ता साथियों का समुचित इलाज हो, अधिवक्ता एक्ट प्रदेश में लागू किया जाए, प्रदेश में अधिवक्ता सेल की स्थापना जनपद स्तर पर की जाए। प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओ पर दर्ज मुक़द्दमे वापस किए जाये।
बार के वरिष्ठ अधिवक्ता नर नारायण मिश्रा ने लाइब्रेरी हाल मे प्रदेश सरकार से अधिवक्ताओं की मांग पूरी होने तक आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि उन्होने संकल्प किया था कि यदि बार काउंसिल का आंदोलन 12 दिन चला तो वह आमरण अनशन कर अपना प्रदर्शन करेगे।