कौशाम्बी,
विद्यालय मर्ज किए जाने और प्रधानाध्यापक सरप्लस के विरोध में प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रदर्शन कर डीएम को सौंपा ज्ञापन,
यूपी के कौशाम्बी जिले में विद्यालय मर्ज किए जाने और प्रधानाध्यापक पद के सरप्लस किए जाने के विरोध में जिलाध्यक्ष अनिल सिंह के नेतृत्व में प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन डीएम मधुसूदन हुल्गी को सौंपा है।
अपर शिक्षा निदेशक दीपक कुमार के आदेश के अनुपालन में विद्यालय के समन्वित उपयोग के नाम पर विद्यालय पेयरिंग के माध्यम से विद्यालय बन्द करने की तैयारी में है,साथ ही कम नामांकन वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को सरप्लस घोषित किया गया है।विद्यालय पेयरिंग के नाम पर जनपद के 95 विद्यालयों को मर्ज किया जा रहा है।
जिलाध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि विद्यालय पेयरिंग के नाम पर विद्यालयों को मर्ज कर प्रधानाध्यापकों का पद, रसोइयों का पद और शिक्षामित्रों का पद भविष्य में समाप्त हो जायेगा। इसी के दृष्टिगत प्राथमिक शिक्षक संघ ने 30 जून 2025 को जनपद के समस्त विकास खण्ड में कार्यसमिति द्वारा की गई बैठक में पेयरिंग किये जाने वाले विद्यालय के शिक्षकों, अभिभावकों, विद्यालय प्रबंध समिति और ग्राम प्रधानों ने विद्यालय पेयरिंग के विरोध में संघ को प्रस्ताव दिया।
प्रस्ताव के क्रम में प्रदेश कार्यसमिति के निर्णय पर 03 और 04 जुलाई 2025 को प्रदेश भर में सांसद और विधायकों को ज्ञापन सौंपा गया है। 06 जुलाई 2025 को ट्विटर X पर पेयरिंग के विरोध में अभियान चलाया गया। जिसमें 7 लाख से अधिक पोस्ट की गई। 150 से कम नामांकन वाले प्राथमिक और 100 से कम नामांकन वाले जूनियर विद्यालय के प्रधानाध्यापकों के पद को सरप्लस घोषित किया गया है विडंबना तो ये है कि बिना संस्था प्रमुख के संस्थाएं कैसे चलेंगी? फिर कहेंगे की शिक्षक कार्य नहीं करते है।
जिलामंत्री रामबाबू दिवाकर ने बताया कि सरकार के इस निर्णय के कारण निवास स्थान से विद्यालय की अधिक दूरी के कारण बच्चे विद्यालय तक नहीं पहुंच पायेंगे, जिससे गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा से दूर हो जायेंगे। संघ सरकार से अपील करता है कि अपने इस अप्रासंगिक निर्णय को वापस लेकर स्वयं को जनकल्याणकारी साबित करें।
धरना प्रदर्शन में ईश्वर शरण सिंह,भोलानाथ, प्रमोद सिंह,विनय सिंह,आलोक सोनी,सुरेश चंद्र,भीम प्रकाश,अरुण गोविल सिंह,अशोक द्विवेदी,अफरोज आलम आदि पदाधिकारी शामिल रहे।