कौशाम्बी,
कपकपाती ठंड मे रामपुर सुहेला गांव में कागजों में जल रहे अलाव,ग्रामीण परेशान,चहेतों के दरवाजों पर गिराई जा रही लकड़ियां,
यूपी के कौशाम्बी जिले में हाडकपाऊ शीतलहरी पछुवा हवाओं के प्रकोप से आमजन जीवन त्रस्त है ,सुबह शाम कोहरे की चादर छाई हुई है,लोग ठंड से बचने के लिए रजाई बिस्तर का सहारा ले रहे हैं ,वही सरकारी आदेशों के तहत गली चौराहों नुक्कड़ों पर अलाव की व्यवस्था कर ठंड से ठिठुर रहे लोगों को राहत पहुंचाने की व्यवस्था है लेकिन सिराथू तहसील क्षेत्र के रामपुर सुहेला गांव के जिम्मेदार लापरवाह ग्राम प्रधान और सचिव की वजह से ग्राम वासी त्रस्त हो गए हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान से अलाव की मांग पर ग्राम प्रधान का कहना है कि जहा पर अलाव लकड़ी गिराई गयी हो , वहाँ फिर से हम एक ही जगह लकड़ी गिराने का ठेका लिए हैं।वही जहा पर लकड़ियां गिराई जा रही हैं वहां आग नहीं लगाई जा रही है, बिना लकड़ी जलाएं सूखी लकड़ी के सहारे ग्राम पंचायत के अधिकारी लोगों को कप कपाती ठंड से राहत देने का प्रयास कर रहे हैं ।
हालांकि ग्राम प्रधान के अनुसार अल्लीपुर, रामपुर सुहेला मसीपुर सहित विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है,ग्रामीणों के अनुसार अलाव व्यवस्था नाकाफी हो रही है ,रामपुर सुहेला में जहां लोगों का बड़ी संख्या में आवागमन होता है अपनी आजीविका के लिए आते है। इस भयानक गलन वाले मौसम बोरी और पन्नी जलाकर तापते हैं। यही समस्या ग्राम पंचायत के अधिकतर वार्डों में दिखाई देती है l
ग्राम वासियों राम बाबू, लवकुश, दिनेश, मंजीत ने आरोप लगाया हम लोगों के चौराहों पर अलाव की व्यवथा क्यों नही होती है, ग्राम प्रधान अपने चहेते लोगों के घरों दरवाजों पर अलाव की लकड़ी डालकर शाम को डीजल डालकर फोटो खींचते हैं भले ही अलाव की लकड़ी जले या न जले।
वही ग्राम पंचायत सचिव कुलदीप सिंह से इस मामले में बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी हम गांव नही गए है,सोमवार को जब हम गांव जायेंगे तो इस पर विचार किया जाएगा।