बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाएं चुस्त-दुरूस्त-जलशक्ति मंत्री

उत्तर प्रदेश,

बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाएं चुस्त-दुरूस्त-जलशक्ति मंत्री,

न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी)

उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) स्वतन्त्र देव सिंह की अध्यक्षता में लक्ष्मणपुर कोठी राप्ती बैराज स्थित निरीक्षण गृह में जनपद श्रावस्ती एवं बलरामपुर के अधिकारियों के साथ सम्भावित बाढ़ को देखते हुए राहत एवं बचाव कार्य के लिए अबतक की गई तैयारियों के साथ ही जल जीवन मिशन योजना की भी समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य के लिए पुख्ता तैयारी एवं सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बाढ़/बरसात के पानी से पैदा होने वाली सम्भावित संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु कारगर कदम उठाया जाए।

इसके लिए विशेष साफ सफाई की व्यवस्था की जाए, सेनेटाइजेशन/दवा का छिड़काव कराने के साथ ही लोगों को स्वच्छ पेयजल का प्रयोग करने हेतु लोगों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सम्भावित बाढ़ या बरसात के दौरान यदि घर/फसल की क्षति होती है, तो उसका सर्वे कराकर आंकलन किया जाए, ताकि सम्बन्धित पीड़ित व्यक्ति को क्षतिपूर्ति मुहैया हो सके।

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि सम्भावित बाढ एवं अतिवृष्टि को दृष्टिगत रखते हुए राहत एवं बचाव कार्य से जुडे़ सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारी अपनी-अपनी कार्य योजना विगत वर्षाे में आयी बाढ़ के अनुभव के आधार पर तैयार कर लें ताकि यदि जिले में अचानक बाढ़ भी आ जाती है तो तत्काल बाढ़ पीड़ितों को राहत एवं सहायता प्रदान की जा सके। उन्होने कहा कि विगत वर्षाे में आयी बाढ़ के अनुभव के आधार पर कितने गॉवों बाढ़ से प्रभावित हुए थे, सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उन गांवों का दौरा एवं गांव वालों से सीधा संवाद स्थापित कर उनके द्वारा दिये गये सुझाव के आधार पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए पूरी तैयारी चाक-चौबन्द कर ली जाए, ताकि यदि बाढ़ भी आ जाती है तो तत्काल बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थलों पर शिफ्ट किया जा सके।

जलशक्ति मंत्री ने निर्देश दिया है कि विगत वर्षाे में आयी बाढ़ के दौरान कितने क्यूसेक पानी बाढ में आया था। उसी के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के सभी तैयारियां चाक चौबन्द कर ली जाए, ताकि बाढ़ की स्थिति में तत्काल बाढ़ पीड़ितों को राहत मुहैया करायी जा सके। सभी बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य टीम की व्यवस्था के साथ-साथ बरसात के दिनों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु तथा बाढ़ के दौरान सर्पदंश से बचाव हेतु एंटीवेनम सहित अन्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त रखा जाए। सम्भावित बाढ़ को देखते हुए पशुओं को चारे की कोई दिक्कत न होने पावे, इसके लिए भूसा के इंतेजाम की आवश्यक कार्यवाही तथा पशुओं को बरसात के दिनों में होने वाली बीमारियों के बचाव हेतु शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने हेतु निर्देश दिया।

स्वतंत्र देव सिंह ने सभी विभागीय अधिकारियों से उनके विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की विधिवत जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी अधिकारीगण टीम भावना के साथ स्वप्रेरणा से कार्य करके जिले का चहुँमुखी विकास करें। विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं को धरातल पर उतारकर पात्रजनों को लाभान्वित किया जाए। और यह भी ध्यान रखा जाए कि कोई भी गरीब, असहाय एवं बेसहारा व्यक्ति सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित न रहने पावे। उन्हें सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ व सहायता बिना किसी व्यवधान के मिलनी चाहिए।

इस दौरान मंत्री ने जिले में बाढ़ से बचाव हेतु कराये गये कटान निरोधी कार्याे की भी समीक्षा की तथा सम्बन्धित अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि बरसात एवं बाढ़ के मद्देनजर यदि कहीं मरम्मत कार्य कराये जाने है तो तत्काल कराकर पूरा किया जाए। और बरसात का मौसम होने के कारण उन बांधों पर व्यापक निगरानी भी रखा जाए। नदी के किनारे संवेदनशील बांधों को सुरक्षित रखने के लिए विशेष निगरानी रखी जाए।

बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) अमरेन्द्र कुमार वर्मा ने मंत्री को अवगत कराया कि सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर विगत वर्षाे में आयी बाढ़ के अनुभव के आधार पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए पुख्ता तैयारी की जा चुकी है एवं नदी के घटते-बढ़ते जल स्तर पर नजर रखी जा रही है। प्रतिवर्ष वर्षाकाल में एन0डी0आर0एफ0 की टीम भी मोटरबोट के साथ तैनात रहती है। इसके अलावा सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो के गांवो में नाव की भी व्यवस्था करायी गई है, ताकि यदि सम्भावित बाढ़ भी आ जाती है तो बाढ़ पीड़ितों की मदद की जा सके। जनपद की तीनों तहसीलों में बाढ राहत शिविर/शरणालय चिन्हित कर लिये गये है।

उन्होंने बताया कि सभी बाढ़ चौकी प्रभारियों एवं चौकी पर तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों को डियूटी पर मुस्तैद रहने का पहले से ही निर्देश दिया गया है। इसके अलावा सभी नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में दौरा कर निगरानी रखे जाने के निर्देश दिये गये है। उन्होने बताया कि जिले में 18 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है। प्रत्येक बाढ़ चौकी पर बरसात में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु दवाओं के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लागायी गयी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में काम करने के लिए मोबाईल टीम का गठन कर दिया गया है। इसके अलावा सभी उपजिलाधिकारियों/तहसीलदारों/नोडल अधिकारियों एवं बाढ़ चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे राप्ती के घटते-बढ़ते जलस्तर पर पैनी नजर रखते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखें। सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर नाव और नाविकों की सूची एवं उनका मोबाइल नम्बर, स्कूलों में तैनात रसोईयां, सफाईकर्मी, रोजगार सेवक एवं गांवों में तैनात अन्य कर्मचारियों की भी सूची एवं मोबाइल नम्बर अपडेट रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर इन लोगों की सहायता ली जा सके।

बैठक में जल जीवन मिशन योजना की समीक्षा के दौरान मंत्री ने कहा कि जन-जन को स्वस्थ्य रखने के लिए शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए देश एवं प्रदेश की सरकार प्रतिबद्ध है। इसलिए जिले में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी हर घर नल योजना का संचालन कर हर घर को नल से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में तेजी लायी जाए और गुणवत्तापूर्ण ढंग से कार्य कराकर लोगों को स्वच्छ व शुद्ध पेयजल मुहैया कराकर इस योजना को अमली जामा पहनाया जाए। जिससे लोगों को स्वच्छ पेयजल मुहैया हो सके। ृइस दौरान अधिशासी अभियंता जल निगम ने मंत्री को अवगत कराया कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत ’’जल जीवन सर्वेक्षण-2023’’ माह मई, 2023 में त्रैमासिक रैंकिंग जारी की गई थी। जिसमें जनपद श्रावस्ती को चमतवितउमते श्रेणी में (25-50 प्रतिशत) में पूरे भारत वर्ष में ’’सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिले’’ में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। तदोपरान्त मंत्री ने राप्ती बैराज स्थित गेस्ट हाउस परिसर में मौलश्री का पौधा लगाकर लोगों को अधिक से अधिक पौधरोपण हेतु जागरूक किया।बैठक समाप्त होने पर अपर जिलाधिकारी ने कहा कि मंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जायेग और जिले के विकास के लिए निरन्तर प्रयास किया जायेगा।

इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत दद्दन मिश्रा, विधायक रामफेरन पाण्डेय, उपजिलाधिकारी जमुनहा रामप्यारे, मुख्य अभियंता सरयू नहर परियोजना बहराइच राकेश कुमार, अधीक्षण अभियंता जय प्रकाश यादव, अधीक्षण अभियंता नवम मण्डल सिंचाई बहराइच शशिकांत कुमार प्रियदर्शी, अधिशासी अभियंता सरयू नहर खण्ड-6 अजय कुमार, अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खण्ड विनोद कुमार गुप्ता अधिशासी अभियंता जल निगम एस0एम0 असजद, आशुतोष पाण्डेय, कमलेश मिश्रा, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि गिलौला प्रकाश चन्द्र, विनय कुमार तिवारी, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थिति रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor