सार्वजनिक भंडारें के लिए पानी का टैंकर मांगने पर नगर पालिका ने सभासद की काटी रसीद,सभासदों में आक्रोश

कौशाम्बी,

सार्वजनिक भंडारें के लिए पानी का टैंकर मांगने पर नगर पालिका ने सभासद की काटी रसीद,सभासदों में आक्रोश,

यूपी के कौश्बी जिले की चर्चित नगर पालिका परिषद भरवारी में इन दिनों भाजपा से नवनिर्वाचित अध्यक्ष व भाजपा के सभासदों के बीच तालमेल नही बन पा रहा है। नगर पालिका परिषद भरवारी में कुल पच्चीस वार्ड है, यहाँ पर शपथ ग्रहण के बाद नगर पालिका कार्यालय में हुई पहली बोर्ड की बैठक में सभी नव निर्वाचित सभासदों ने इओ के बैठक कर नगर के विकास की योजना बनाई थी, पर बैठक के कुछ ही दिनों बाद भाजपा की नवनिर्वाचित अध्यक्ष व कुछ भाजपा के ही सभासदों के बीच तालमेल बिगड़ गया। चूंकि बैठक के कुछ ही दिनों बाद तत्कालीन ईओ रहे शैलेन्द्र मिश्रा का ट्रांसफर गैर जनपद हो गया और नये ईओ सुनील मिश्रा आये।

नये ईओ के कार्य भार ग्रहण करने के बाद नगर पालिका भरवारी की अध्यक्ष ने ईओ के साथ औपचारिक बैठक के लिए नगर के सभी पच्चीस वार्डों के सभासदों को आमंत्रित किया पर भाजपा के ही कुछ सभासदों ने विकास कार्यों में धांधली का आरोप लगाते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया था। उसके बाद कुछ सभासदों ने सोशल मीडिया पर नगर पालिका भरवारी में चल रहे कमीशन खोरी का मुद्दा उठाते हुए 20 से 30 % कमीशन लेने का आरोप नगर पालिका के सम्बंधित के ऊपर लगाया। इस मामले में तो कुछ सभासदों ने सोशल मीडिया पर यहां तक लिखकर मोर्चा खोल दिया था कि न कमीशन लूंगा और न ही किसी सम्बंधित को लेने दूंगा।इसके अलावा नगर पालिका भरवारी द्वारा बीते 2017 से चल रहे आरओ वाटर गैलन का रेट अचानक से पांच रूपये से बढ़ाकर पच्चीस रूपये कर देना भी सभासदों में आक्रोश का कारण रहा।

वही बीते 13 अगस्त को वार्ड नम्बर 17 सरजू दास नगर के पुरानी बाजार स्थित हनुमान निकेतन मंदिर में साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के समापन के बाद सार्वजनिक भंडारा होना सुनिश्चित था। जिसमें वार्ड नम्बर 17 के ही सभासद शंकर लाल केसरवानी ने जब नगर पालिका भरवारी के कर्मचारी से एक टैंकर पानी की डिमांड की तो कर्मचारी उमेश श्रीवास्तव ने साफ तौर पर कह दिया कि ऊपर से आदेश है कि बिना शुल्क जमा किये पानी का टैंकर भंडारें में नही जायेगा। इस पर सभासद ने 1000 रूपये शुल्‍क जमाकर रसीद कटवाई तो पानी का टैंकर भंडारें में पहुंचा। सार्वजनिक भंडारें में पानी के टैंकर का शुल्क एक हजार रूपये लगने की जानकारी जब अन्य सभासदों को हुई तो वो आक्रोशित हुए। और बोले की नगर पालिका में इन दिनों अध्यक्ष की हिटलर शाही चल रही है।

इस मामले में ईओ सुनील मिश्रा का कहना है कि नगर पालिका परिषद भरवारी क्षेत्रों में होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों में सम्मानित सभासदों की सूचना पर नि: शुल्‍क पानी का टैंकर उपलब्ध कराया जाता है। सार्वजनिक कार्यक्रम में पानी का टैंकर लेने के लिए वार्ड नम्बर 17 के सम्मानित सभासद की रसीद काटे जाने की जानकारी मुझे नही है। अगर ऐसा है तो जांच कराया जायेगा।

वही वार्ड नम्बर 17 सरजूदास नगर से निर्वाचित सभासद शंकर लाल केसरवानी का कहना है जब से नगर पालिका बनी है तब से सार्वजनिक कार्यक्रमों में नि:शुल्क पानी जाता था, यह पहली बार है कि किसी सभासद द्वारा सार्वजनिक कार्यक्रम की सूचना देने के बाद भी नगर पालिका के कर्मचारी ने एक हजार रूपये शुल्क जमा कराके पानी भेजा है। ये सब अध्यक्ष व ईओ की तानाशाही का नतीजा है।

वार्ड नम्बर 15 देहदानी रमाशंकर नगर से निर्वाचित सभासद हेमा केसरवानी के प्रतिनिधि शंकर लाल केसरवानी उर्फ बच्चा का कहना है हम क्षेत्र की जनता के द्वारा निर्वाचित होकर नगर पालिका में आये है, तो क्या क्षेत्र में होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए सभासद एक टैंकर पानी भी नि:शुल्क नही मांग सकता है। इसके पहले तो कभी भी नगर पालिका द्वारा सार्वजनिक कार्यक्रमों में पानी का टैंकर भेजने का शुल्क नही लगता था।यह सरासर तानाशाही है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor