सरकारी नवीन परती बंजर भूमि पर दबंगो ने किया अवैध कब्जा,शिकायत के बावजूद अधिकारी नही कर रहे सुनवाई

कौशाम्बी,

सरकारी नवीन परती बंजर भूमि पर दबंगो ने किया अवैध कब्जा,शिकायत के बावजूद अधिकारी नही कर रहे सुनवाई,

यूपी के कौशाम्बी जिले के नगर पालिका परिषद भरवारी के सैंता में सरकारी नवीन परती बंजर भूमि पर दबंगो ने अवैध कब्जा कर लिया है,जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा किए जाने के बावजूद अधिकारी सुनवाई नही कर रहे है,जिसके चलते ग्रामीणों का शासन और सरकार पर से विश्वास उठता जा रहा है।

मामला नगर पालिका परिषद भरवारी के सैंता का है,जहा के किसान मुशर्रफ अली ने अधिकारियो को शिकायती पत्र देते हुए बताया है कि है वह आराजी सं0 262 का सह काश्तकार है। उसके खेत के आगे रोड कि ओर आराजी संख्या 264,265 जो कि सरकारी भूमि/बंजर है। जिससे सभी किसान अपने खेतों में आने जाने एवं खलिहान रखने के उपयोग करते थे। जिसको कुछ दिन पहले कुछ दबंगों ने लेखपाल कि सहमति से सरकारी भूमि पर तार बांधकर कब्जा करा दिया गया।

जिसकी शिकायत उसने डीएम से 18/04/2024 को IGRS संख्या 40017424007529 व 40017424007592 के माध्यम से शिकायत किया था। जिसके सापेक्ष हल्का लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक ने गलत एवं झूठी रिपोर्ट लगाया कि सरकारी भूमि पर किसी का व्यक्तिगत रूप से कब्जा नहीं है। जबकि उक्त सरकारी भूमि पर तार बंधा हुआ था।

उसने पुनः दिनांक 19/05/2024 को IGRS सं0 92417400006543 40017424010032 के माध्यम से शिकायत मुख्यमंत्री से किया था। जिसकी रिपोर्ट में दिनांक 18/06/2024 को लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक ‌द्वारा गलत रिपोर्ट लगाई गई कि तार को हटवा दिया गया, जबकि तार अभी भी बधी हुई है। जिसके सबूत के तौर पर GPS GOOGLE फोटो दिनांक 29/06/2024 को खींचकर प्रिंट संलग्न की गई है।

वही लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक द्वारा सह खातेदार मो० इब्राहिम से दिनांक 18/06/2024 को तहसील में बुलाकर कहा कि अगर तुम लोगों को अपने खेत में आने जाने के लिए रास्ता चाहिए तो 50000/= घूस दो तो तार हटवाएंगे नहीं तो विपक्षी पार्टी पैसा देने को तैयार है। जब हम लोग पैसा देने से इंकार कर दिये तो इन लोगों ने झूठी रिपोर्ट लगा दिया। जबकि पहली रिपोर्ट दिनांक 16/05/2024 को रिपोर्ट में लगाया कि उक्त सरकारी जमीन में किसी का व्यक्तिगत कब्जा नहीं है।

वही दूसरी रिपोर्ट में लगाया गया कि उक्त सरकारी जमीन पर दो माह पूर्व तार बांध लिया गया था और तार हटवा दिया गया है,दोनों रिपोर्ट 1 माह 2 दिन के अंतराल में लगाया गया है। जबकि पहली रिपोर्ट में कहते हैं कि कब्जा ही नहीं था और कहा कि आवेदक ‌द्वारा प्लाटिंग कर रहे थे जबकि मौके पर अपने खेत में धान की बियाड़ लगा हुआ है दोनों रिपोर्टी में कितना अंतर है गहनता से जांच कराई जाए तो खुद सच्चाई सामने आ जाएगी। जबकि तार अभी भी बंधा है।

डीएम ने इस मामले में एसडीएम से रिपोर्ट मंगवाई थी,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करते हुए हल्का लेखपाल से मिलकर अभी तक तार नही हटवाया गया है,जिससे किसानों को आने जाने के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor