कौशाम्बी,
google मैप ने रास्ता भटकाया गुजरात से अयोध्या रही टूरिस्ट बस पहुंची भरवारी,बस का एक्सल टूटा, रात भर परेशान हुए श्रद्धालु,
यूपी के कौशाम्बी जिले के भरवारी कस्बे में गुरूवार की देर रात एक टूरिस्ट बस अचानक से रेलवे क्रासिंग के पास बिगड़ गयी।जिसके चलते सभी श्रद्धालु सारी रात परेशान रहे।
बस चालक व मालिक कान्हा कुमार ने बताया कि यह बस गुजरात के बड़ोदरा से 12 दिनों की धार्मिक यात्रा पर निकली है और 56 श्रद्धालुओं को गुजरात के बड़ोदरा से लेकर उज्जैन महाकाल के दर्शन कराकर चित्रकूट पहुंची और चित्रकूट से चलकर बस अयोध्या जा रही थी,गूगल मैप के सहारे हम हाइवे का सफर कर रहे थे। गूगल मैप के अनुसार बताये रास्ते पर हाईवे पर बस चल रही थी, पर गूगल मैप में बताएं गये रोड़ टर्न के अनुसार हमने रास्ता पकड़ा तो हम रास्ता भटक गये और भरवारी कस्बे मे घुस गए, जहां रेलवे क्रासिंग पर हाइट गेज के चलते फस गए और वापस करारी रोड जाने के लिए जैसे ही बस को मोड रहे थे कि अचानक से बस का एक्सल टूट गया।बस बिगड़ने से यात्री परेशान हो गए,रात होने के चलते बस नहीं बन सकी। पूरी रात बस में बैठे यात्री ठंड से ठिठुर कर रात बिताई।
बस चालक कान्हा सुबह बस को बनवाने के लिए मैकेनिक लेने प्रयागराज गया। दोपहर बाद बस का सामान व मैकेनिक आने के बाद बस को बनाया गया और गंतव्य स्थान के लिए रवाना कर दिया गया। इस दौरान बस के श्रद्धालुओं ने भरवारी कस्बे के लोगो द्वारा मदद किए जाने पर धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
कहावत है की दाने दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम यह कहावत भरवारी में देर रात सही होते दिखाई दिया। भरवारी के मेहता रोड़ स्थित बाबा मंदिर के स्थापना दिवस के अवसर पर पूजा व लंगर प्रसाद का आयोजन चल रहा था। लंगर प्रसाद का बटना लगभग समापन हो चुका था। अचानक से आयोजकों को पता चला कि एक टूरिस्ट बस खराब हो गयी और उसमें बैठे यात्री भूखे है। आयोजकों ने तत्काल बस के श्रद्धालुओं के लिए खाना बनवाया और भोजन के लिए निवेदन किया इस दौरान मंदिर पहुंचे यात्रियों को आयोजकों ने भर पेट भोजन करवाया।
श्रद्धालुओं को लेकर जा रही टूरिस्ट बस खराब होने से रात को यात्री परेशान हुए , रात भर श्रद्धालु बस के अंदर रहे और सुबह होने पर स्थानीय लोगों ने संस्कृत महाविद्यालय में महिलाओं सहित बच्चों की नहाने व रूकने की व्यवस्था की। साथ यात्रियों के मोबाइलों को चार्ज करने के लिए बिजली के बोर्डों की भी व्यवस्था की।