कौशाम्बी,
कोखराज टोल प्लाजा पर 15 किमी की परिधि के निवासियों को निशुल्क टोल की सुविधा देने हेतु ग्लोबल मानवाधिकार आयोग के सदस्यों ने ADM को सौंपा ज्ञापन,
यूपी के कौशाम्बी जिले में ग्लोबल मानवाधिकार आयोग (NGHRA) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहित वैश्य ने जिले के ADM अरुण कुमार गोंड को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें कोखराज हंडिया बाईपास टोल प्लाजा पर जारी अनियमितताओं पर रोक लगाने और 15 किलोमीटर की परिधि में रहने वाले नागरिकों को नि:शुल्क टोल पास करने की सुविधा सुनिश्चित करने की मांग की है।
ग्लोबल मानवाधिकार आयोग (NGHRA) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहित वैश्य ने बताया कि 9 मार्च 2024 को केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन नितिन गडकरी से उनकी भेंट हुई थी, जिसमें उन्होंने भरवारी क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसी दौरान, टोल प्लाजा से संबंधित समस्याओं पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि भारत सरकार के नियमों के अनुसार, टोल प्लाजा के 15 किमी के दायरे में रहने वाले नागरिकों को नि:शुल्क टोल की सुविधा मिलनी चाहिए। यदि कोई टोल प्लाजा इस नियम का उल्लंघन करता है, तो पहले आरटीओ एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को सूचित किया जाए। यदि 7 दिनों के भीतर समाधान नहीं होता, तो यह मामला सीधे सड़क परिवहन मंत्रालय को भेजा जाएगा।
ADM को ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान मांग की गई है कि
✅ 15 किमी परिधि के नागरिकों को निशुल्क टोल की सुविधा तुरंत लागू की जाए।
✅ टोल प्लाजा की अनियमितताओं की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।
✅ 7 दिनों के भीतर समाधान सुनिश्चित कर लिखित सूचना प्रदान की जाए।
✅ भविष्य में जनता को अन्याय, शोषण या आर्थिक उत्पीड़न का सामना न करना पड़े, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
रोहित वैश्य ने प्रशासन से अपील की कि इस मुद्दे पर शीघ्र संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही की जाए, ताकि कौशबी जिले की जनता को उनका अधिकार प्राप्त हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो यह मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।
इस अवसर पर ग्लोबल मानवाधिकार आयोग (NGHRA) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहित वैश्य , प्रदेश अध्यक्ष यूपी -इरफान अहमद, प्रदेश सचिव -एडवोकेट लंकेश मिश्रा, सामाजिक कार्यकर्ता फरदीन, एडवोकेट सर्वेश दुबे , एडवोकेट मनीष कुमार , एडवोकेट विमल तिवारी एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।