कौशाम्बी,
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा मुख्यालय स्तर पर 10 और प्रत्येक तहसील स्तर पर 5-5 अधिवक्ताओं का किया गया चयन,
उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ व जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कौशाम्बी के निर्देशानुसार गरीब, निर्धन, असहाय व्यक्तियों, कारागार में निरूद्ध बन्दियों को विधिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के अन्तर्गत मुख्यालय स्तर पर 10 और प्रत्येक तहसील स्तर पर 5-5 अधिवक्ताओं का चयन गठित समिति द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया गया।
मुख्यालय स्तर पर अधिवक्तागण- उपेन्द्र नाथ शुल्क्ला, राजेश कुमार शुक्ल, विकास कुमार शुक्ला, शुभेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, अजय सिंह, पंकज शुक्ला, दीप नारायण तिवारी, अजमेरी लाल धुरिया, अंशू त्रिपाठी एवं पूनम द्विवेदी का चयन गठित समिति द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया गया हैं।
इसी प्रकार तहसील मंझनपुर में अधिवक्ता-मो0 शरीफ, हेमन्त कुमार जौहरी, हरीश मिश्रा, दया शंकर त्रिपाठी एवं अनिल कुमार द्विवेदी का चयन गठित समिति द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया गया।
तहसील चायल में अधिवक्ता सुधीर कुमार मिश्र, सगीर अहमद, रामराज, जय नारायण सिंह एवं प्रदीप कुमार तथा तहसील सिराथू में अधिवक्ता शिव मूरत प्रजापति, अतुल कुमार श्रीवास्तव, जयदीप कुमार पाण्डेय, बृजेश कान्त शुक्ला एवं अंजुम आरा का चयन गठित समिति द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया गया।
यह जानकारी अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूर्णिमा प्रांजल ने देते हुए बताया कि चयनित पैनल अधिवक्ता की वैधता 03 वर्ष के लिए है, चयनित पैनल अधिवक्ता को उ0प्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कौशाम्बी के संस्तुति उपरान्त, कार्यानुसार मानदेय दिया जायेंगा।