राजमाता अहिल्याबाई होल्कर ने देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए किया काम:धर्मराज मौर्य

कौशाम्बी,

राजमाता अहिल्याबाई होल्कर ने देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए किया काम:धर्मराज मौर्य,

यूपी के कौशाम्बी जिले के विधानसभा चायल के नेवादा ब्लॉक स्थित सभागार में आयोजित महान वीरांगना त्याग व न्याय की प्रतिमूर्ति पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी स्मृति अभियान कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने अहिल्याबाई होल्कर को नमन करते हुए संबोधित किया।

मुख्य अतिथि के रूप में आयोजित कार्यक्रम को भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने संबोधित करते हुए कहा कि राजमाता अहिल्याबाई होल्कर ने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर पूरे भारत वर्ष के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में मंदिर बनवाए,घाट बनवाए, कुओं और बावड़ियों का निर्माण करवाया मार्ग बनवाए- सुधरवाए भूखों के लिए अन्नशत्र खोले प्यासो के लिए प्याऊ का प्रबंध करवाया,मंदिर में विद्वानों की नियुक्ति, शास्त्रों के मनन – चिंतन और प्रवचन हेतु व्यवस्था की और आत्मा प्रतिष्ठा के झूठे मोह का त्याग करके सदा न्याय करने का प्रयत्न करती रही ।

उन्होंने मरते दम तक अपने परम्परा को नहीं छोड़ा, ये उसी परंपरा में थी जिसमें उनके समकालीन पूना के न्यायधीश रामशास्त्री थे, उनके जीवनकाल में ही जनता उन्हें देवी समझने लगी थी, साथ ही इतना बड़ा व्यक्तित्व जनता ने अपनी आंखों से देखा था, राजमाता अहिल्याबाई होल्कर  अत्यंत दूरदर्शी प्रशासिका व महिला शास्क्तीकरण की प्रतिमूर्ति थी।

इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक व जिला उपाध्यक्ष अजय पाण्डेय,जिला मंत्री नितिन पासी,उमेश केसरवानी,नेवादा ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि संदीप मिश्रा, ज्योति केसरवानी,निवर्तमान मीडिया प्रभारी उपमुख्यमंत्री भोलेशंकर कुशवाहा, ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष पुष्पराज पटेल,मण्डल अध्यक्ष विवेक शुक्ला,राजन सरोज,दुर्गेश नंदन मिश्रा,चायल मण्डल अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश साहू सहित तमाम कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor