डीएम ने प्राथमिक विद्यालय मौली एवं सिरियावां कला का किया आकस्मिक निरीक्षण,प्रधानाध्यापकों को निपुण तालिका अपडेट रखने के निर्देश

कौशाम्बी:डीएम ने प्राथमिक विद्यालय मौली एवं सिरियावां कला का किया आकस्मिक निरीक्षण,प्रधानाध्यापकों को निपुण तालिका अपडेट रखने के निर्देश,

यूपी के कौशाम्बी डीएम डॉ. अमित पाल ने बुधवार को प्राथमिक विद्यालय, मौली एवं प्राथमिक विद्यालय सिरियावां कला का आकस्मिक निरीक्षण किया।

डीएम ने प्राथमिक विद्यालय मौली के निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया, जिसमें सभी अध्यापक उपस्थित पाये गए। उन्होंने कक्षा-01 की क्लास में जाकर छात्र-छात्राओं से सवाल पूछकर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा, शिक्षा की गुणवत्ता ठीक पाई गई। उन्होंने निपुण तालिका के अवलोकन पर तालिका अपडेट न पाए जाने पर प्रधानाध्यापक को तालिका अपडेट रखने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय परिसर की साफ-सफाई की स्थिति ठीक न पाये जाने पर अधिशासी अधिकारी भरवारी को प्रतिदिन विद्यालय की साफ-सफाई सुनिश्चित कराने एवं अधूरे एमडीएम शेड के निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।

प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि विद्यालय में 130 बच्चे नामांकित हैं, जिसमें 119 बच्चों के अभिभावकों के खातों में डी.बी.टी. के माध्यम से धनराशि हस्तान्तरित हो चुका है, कुछ कमी के कारण 11 बच्चों के अभिभावकों के खातों में हस्तान्तरण नहीं हो पाया है, हस्तान्तरण की कार्यवाही की जा रही है, जिस पर डीएम ने आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानाध्यापक को शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने एवं मानक के अनुरूप मध्यान्ह भोजन बच्चो को प्रदान करने के निर्देश दिए।

डीएम द्वारा प्राथमिक विद्यालय सिरियावां कला के निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में 153 बच्चे नामांकित हैं, जिसमें 136 बच्चों के अभिभावकों के खातों में डी.बी.टी. के माध्यम से धनराशि हस्तान्तरित हो चुका है, कुछ कमी के कारण 17 बच्चों के अभिभावकों के खातों में नहीं हुआ है, जिस पर डीएम ने आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निपुण तालिका के अवलोकन पर तालिक अपडेट न पाए जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए प्रधानाध्यापक को तालिका को अपडेट रखने के निर्देश दिए। उन्होंने क्लास में जाकर बच्चों से गणित का सवाल पूछकर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा, शिक्षा की गुणवत्ता ठीक पाई गई। उन्होंने प्रधानाध्यापक को शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने एवं मानक के अनुरूप मध्यान्ह भोजन बच्चो को प्रदान करने के निर्देश दिए।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor