राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 3213 वादों का निस्तारण कर दो करोड़ बाइस लाख से अधिक के संबंध में आदेश हुआ पारित

कौशाम्बी,

राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 3213 वादों का निस्तारण कर दो करोड़ बाइस लाख से अधिक के संबंध में आदेश हुआ पारित,

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का इलाहाबाद हाईकोर्ट के प्रशासनिक जज शेखर कुमार यादव ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।जिला जज ब्रजेश कुमार मिश्रा,डीएम सुजीत कुमार,एसपी राधेश्याम विश्वकर्मा सहित सभी जज ने मा सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।

इस राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह समझौते के आधार पर बैंक ऋण,दुर्घटना दावा सहित छीटे छीटे मामलों का निस्तारण किया गया।इलाहाबाद हाईकोर्ट के प्रशासनिक जज शेखर कुमार यादव ने कहा कि न्यायालय में मुकदमो के निस्तारण में अधिक समय लग जाता है।इसलिए इस लोक अदालत की आवश्यकता हुई और इसका गठन किया गया।लोक अदालत में छोटे छोटे मुकदमो को दोनों पक्षो को बैठाकर सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित किया जाता है।वही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जनपद न्यायाधीश ब्रजेश कुमार मिश्रा ने सभी वादकारियों एवम बैंक आदि से आये हुए सभी अधिकारियों का अभिवादन किया एवम थोड़ी नरमता से पेश आकर अधिक से अधिक मामलों को निस्तारित करने की अपील की।

राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 2188 वादों का निस्तारण कर 56,47,410 रुपये अर्थदंड वसूला गया।इसी क्रम में जनपद के राजस्व न्यायालय द्वारा कुल 421 वादों का निस्तारण किया गया एवम बैंक ऋण वसूली संबंधी सभी बैंकों द्वारा 604 वादों का निस्तारण कर 2,50,74,108 रुपये टोकन मनी जमा कराया गया।प्रधान न्यायाधीश परिवाद न्यायालय द्वारा कुल 49 वादों का निस्तारण किया गया।इसी प्रकार मोटर दावा दुर्घटना पीठासीन अधिकारी द्वारा 09 वादों का निस्तारण कर 40,35,000 का प्रतिकर प्रदान किया गया।अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 06 उत्तराधिकार वादों का निस्तारण कर 43,72,115 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया।इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 3213 वादों का निस्तारण कर ₹ दो करोड़ बाइस लाख चौरानवे हजार छह सौ सत्तासी रुपये के संबंध में आदेश पारित किया गया।इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सौम्या गिरी सहित सभी जज एवम अधिवक्ता मौजूद रहे।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor