कौशाम्बी:मां की पुण्यतिथि पर शिक्षक दंपती ने 1111 कन्याओ को कराया भोज,गरीबों को बांटा कंबल,
जन्मतिथि या पुण्यतिथि मनाने के लिए समाज में लोग स्वयं, रिश्तेदार व मित्रों के साथ मिलकर मनाते हैं, लेकिन यदि यही कार्यक्रम इसके विपरीत समाज के ऐसे लोगों के बीच में मनाया जाय जो असहाय, निर्बल या नन्हे मुन्ने बच्चे हो तो उसका उद्देश्य ही बदल जाता है।
कौशाम्बी जिले में कड़ा ब्लाक के सौंरई बुजुर्ग का एक शिक्षक दंपती परिवार अपनी मां स्व. रामजानकी साहू की पुण्यतिथि पर अपने गांव व आसपास के अन्य गावों की 1111 कन्याओं सहित कंपोजिट विद्यालय सौंरई बुजुर्ग में अध्ययनरत समस्त बच्चों व गरीबों को भोज कराते हुए गांव के गरीब, असहाय और निर्बल लोगों को कंबल वितरण कर मनाया।
शिक्षक दंपती अजय साहू व उनकी पत्नी राठौर शशि साहू गांव के ही कंपोजिट विद्यालय सौंरई बुजुर्ग में कार्यरत है, उन्होंने अपनी माता की सातवीं पुण्यतिथि पर कन्या भोज का आयोजन कर 151 लोगों को कंबल वितरण करने का काम किया। उन्होंने कहा की सनातन संस्कृति में अन्नदान, वस्त्रदान, विद्यादान, अभयदान और धनदान प्रमुख बताए गए हैं। इसी परंपरा को निभाने के लिए मां की पुण्यतिथि पर हमने अन्नदान और वस्त्रदान करने का धर्म निभाया है।
कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम में आए मुख्यातिथि नायब तहसीलदार सिराथू विनय कुमार ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा की गरीबों व असहायों की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है। एक इंसान तभी अच्छा हो सकता है जब वह समाज की सेवा करे और लोगों के लिए भलाई का कार्य करें। अन्नदान व वस्त्रदान सबसे बड़ा दान है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित खंड शिक्षा अधिकारी नीरज उमराव ने शिक्षक के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि कन्याओं को भोजन कराना एक पुनीत कार्य है। इसके साथ ही कन्याओं को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी लाने की आवश्यकता है जिससे बालिकाएं भी हर क्षेत्र में आगे जा सके। शिक्षक दंपती ने कहा की हमारा परिवार हमेशा से मिल जुलकर समाज की जो सेवा कर रहा है, यह प्रेरणा हमारे पिता गौरी शंकर साहू से मिली है।
कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के तीन जिला समन्वयक, कमांडर अक्षय कुमार साहू, मेजर अरुण कुमार साहू, सत्यवती साहू, धनराज विश्वकर्मा, वर्षा, निधि, वीरेंद्र पटेल, शिव भवन पाल सहित सैकड़ों अभिभावक मौजूद रहे।








