किसान विधेयक के विरोध में सकिपा कार्यकर्ताओं का रेलवे ट्रैक पर धरना,रास्ता जाम कर राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

कौशाम्बी

समर्थ किसान पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने सैय्यद सरावां रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर धरना देकर किसान विधेयक का विरोध किया और किसान अध्यादेश विधेयक को वापस लेने की केंद्र सरकार से मांग की। पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने दोपहर करीब एक बजे जैसे ही सैय्यद सरावां स्टेशन पर रेल गाड़ी रोकने पहुंचे, वैसे ही रेलवे पुलिस के सिपाहियों ने प्रदर्शन कारियों से प्रदर्शन नहीं होने देने की बात कही। प्रदर्शनकारियों ने जब रेलवे पुलिस की बात नहीं मानी तो रेलवे पुलिस ने लाठी चार्ज करने की बात कही। इससे नाराज होकर प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशन से हटकर थोड़ा आगे बढ़कर मनौरी सैय्यद सरावां के बीच में रेलवे ट्रैक पर धरना देकर बैठ गए। जब। इसकी सूचना रेलवे पुलिस को हुई तो रेलवे पुलिस मौके पर जाकर प्रदर्शनकारियों को रेलवे ट्रैक से हटाया।बावजूद इसके करीब एक घंटे तक प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर जमे रहे और केंद्र सरकार से तीनों किसान विधेयकों को वापस लेने की मांग बुलंद करते रहे।

इधर सिराथू तहसील में पार्टी नेता अजय सोनी की अगुवाई में दर्जनों पार्टी कार्यकर्ताओं ने सिराथू रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकने की तैयारी कर रखी थी। जैसे ही पुलिस को इस बात की सूचना मिली, पुलिस ने सिराथू चौकी के पास अजय सोनी समेत पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं को जबरन रोक लिया। इससे गुस्साए पार्टी कार्यकर्ताओं ने धाता सिराथू मार्ग पर जाम लगा दिया। कार्यकर्ताओं की मांग थी कि रेलवे स्टेशन तक हमें जाने दिया जाए। घंटे भर तक चले इस घटनाक्रम के बाद मौके पर सिराथू तहसीलदार राकेश सिंह पहुंचे। सिराथू तहसीलदार राकेश सिंह ने प्रदर्शनकारियो को समझा बुझाकर रास्ता जाम खत्म कराया और किसान विधेयक की वापसी की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति महोदय को संबोधित एक ज्ञापन लिया। साथ ही ज्ञापन को राष्ट्रपति महोदय तक पहुंचाने का प्रदर्शनकारियों को आश्वासन किया।

इसके पूर्व पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजय सोनी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों किसान विधेयक पूरी तरह से किसान विरोधी हैं और इसके लागू होने से देश का किसान परेशान हो जाएगा। आगे कहा कि इस विधेयक के लागू होने से देश में किसान आत्महत्या बढ़ जाएगी और उद्योगपति भारी मुनाफाखोरी कर मालामाल होंगे। इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि तत्काल तीनों किसान विधेयकों को वापस ले। इस अवसर पर प्रेम चन्द्र केसरवानी, राम शंकर यादव, बबलू सोनी, नसीम अहमद, जुम्मन अली, राम आसरे सरोज, दिलीप कुमार सोनकर, राजू लोधी आदि मौजूद रहे

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor