कौशाम्बी,
सिराथू रेलवे स्टेशन पर किसानों में अपनाया सख्त रुख: चूल्हा जलाकर जताया विरोध, अफसरों में हड़कंप, दो बड़ी मांगों पर अधिकारियों ने दिया आश्वासन,
यूपी के कौशाम्बी जिले में सिराथू रेलवे स्टेशन पर रेलवे द्वारा जनता को मिलने वाली सुविधाओं की उपेक्षा और पुरानी मांगों की अनदेखी के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सर्वप्रथम संगठन ने मंझनपुर कलेक्ट्रेट में डीएम और एसपी से मुलाकात कर अपनी बात रखी, और फिर सीधे सिराथू रेलवे स्टेशन पहुंचकर धरना शुरू कर दिया।किसान इस बार सिर्फ मांगें लेकर नहीं, बल्कि आंदोलन की ठोस तैयारी के साथ पहुंचे थे।
संगठन के जिला अध्यक्ष नुरुल इस्लाम की अगुवाई में कार्यकर्ता स्टेशन परिसर में चूल्हा, बर्तन और राशन के साथ डट गए। जैसे ही धरना स्थल पर चूल्हा जला और रसोई सजने लगी, प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।रेलवे अधिकारी, सैनी थाना पुलिस और अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने तत्काल मौके की नजाकत को समझा और यूनियन की दो अहम मांगों को मानने का भरोसा दिया।
जिन दो प्रमुख मांगों पर प्रशासन को झुकना पड़ा, वे इस प्रकार हैं:
1. आरक्षण काउंटर पर नियुक्त कर्मचारी को हटाने की मांग, जिसकी दृष्टि कमजोर होने के कारण वह यात्रियों को सही से टिकट नहीं दे पाता। यात्रियों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ता था।
2. प्लेटफॉर्म संख्या 2-3 से दक्षिण दिशा की ओर नगर पंचायत सिराथू व बस स्टॉप तक जाने वाले रास्ते को सुगम बनाने की मांग, जिससे आम यात्री, बुजुर्ग और महिलाएं आसानी से प्लेटफॉर्म से बाहर निकल सकें।
इन दोनों मांगों को मौके पर मौजूद अधिकारियों ने स्वीकार कर लिया, जिसके बाद किसान यूनियन ने अपना धरना स्थगित कर दिया। हालांकि अध्यक्ष नुरुल इस्लाम ने साफ कहा कि यदि शेष छह मांगों पर भी जल्द कार्यवाही नहीं हुई, तो अगली बार आंदोलन और उग्र होगा।
धरना स्थल पर खाना बनता देख यात्रियों और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने किसानों के इस सधे हुए विरोध की सराहना की। चूल्हा जलाकर प्रदर्शन करना एक ऐसा प्रतीक बन गया, जिसने प्रशासन को वार्ता के लिए बाध्य कर दिया।