कौशाम्बी,
डिप्टी सीएम के बजट को भी खा गए ठेकेदार,न लगाया दरवाजा,न लगाई पानी की टंकी और शौचालय निर्माण दिखा निकाल लिया रुपया,समस्या जस की तस,
यूपी के कौशाम्बी जिले में गंगा स्नान घाट पर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा उपलब्ध कराए गए बजट को भी जिलेंके भ्रष्ट ठेकेदार बिना काम कराए ही निकाल ले गए,भ्रष्ट ठेकेदार ने गंगा स्नान घाट पर शौचालय का निर्माण तो कराया लेकिन उसमें न तो दरवाजा लगाया और न ही पानी की टंकी लगाई और शौचालय निर्माण दिखाकर रुपया निकाल लिया,और गंगा स्नान घाट पर समस्या जस की तस बनी हुई है।
मामला सिराथू तहसील क्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा की शिक्षा दीक्षा स्थली संदीपन मुनि आश्रम संदीपन घाट का है जोकि इन दिनों बदहाली का शिकार हो गया है। इतिहास के पन्नों में यहां की कहानियाँ दर्ज होने के बावजूद भी आज तक यहाँ विकास का कोई कार्य नही हो सका और न ही सौंदर्यीकरण ही हो सका ।
सन 2021 में यहां यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी निधि से लगभग 16 लाख रुपए से सौन्दरीकरण कराने का बजट पास किया था, जिसमें संदीपन घाट में अंत्येष्टि स्थल चबूतरा, शौचालय, स्नान घर व पानी के टंकी आदि लगवाने का काम कराया गया था, ठेकेदार ने इन सब स्थलों का निर्माण भी करवाया था। पर ये निर्माण कार्य बिल्कुल घटिया क्वालिटी का हुआ। जिसका नतीजा यह हुआ कि प्रयोग किए जाने से पहले ही यह सभी निर्माण जर्जर हो गए।
इसके अतिरिक्त सम्बंधित ठेकेदार ने शौचालय का निर्माण तो कराया पर बिना दरवाजा लगाये और बिना पानी की टंकी लगाए ही इसके बिल का भुगतान करा लिया। जिसको लेकर संदीपन घाट मंदिर परिसर में रह रहे साधु महात्माओं में आक्रोश व्याप्त है।उनका आरोप है कि कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई।
मंदिर परिसर में रह रहे बाबा शिव दास महाराज व मूला नंद महाराज का कहना है कि संदीपन घाट आश्रम में बने शौचालयों व स्नान घर में ठेकेदार ने दरवाजा नही लगाया और न ही पानी की टंकियां रखाई साथ ही निर्माण भी गुणवत्ता विहीन है। जिसका नतीजा यह है कि बिना प्रयोग किए ही निर्माण हुए भवन जर्जर हो गए है जिसकी शिकायत कई बार सम्बंधित अधिकारियों से की गयी लेकिन समस्या का समाधान नही हुआ और समस्या जस की तस अभी भी बनी हुई है।