कौशाम्बी,
सीडीओ ने अधिकारियों को आय दोगुनी करने एवं विभागीय योजनाओं से पात्र कृषकों को लाभान्वित करने के दिए निर्देश,
यूपी के कौशाम्बी सीडीओ विनोद राम त्रिपाठी ने सम्राट उदयन सभागार में जनपद के किसानों की आय दोगुनी करने एवं किसानों को जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किए जाने के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में सीडीओ ने कृषि विभाग में संचालित कृषक उत्पादक संगठनों, पीएम-कुसुम योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, फसल बीमा, परम्परागत खेती व प्राकृतिक खेती एवं कृषि यंत्रीकरण योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने उप कृषि निदेशक व जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड के लिए कृषकां के खेतों की मिट्टी की सैम्पलिंग कराई जाय एवं विकास खण्ड स्तर पर एक-एक सेन्टर स्थापित किये जाय। उन्होंने कहा कि समस्त विभाग अपने-अपने विभागों की योजनाओं का बोर्ड/बैनर लगवायें, जिससे कृषकों को योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो सकें।
उन्होंने कृषकों को कम लागत व रसायनों पर होने वाले व्यय को कम करने तथा ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के सम्बन्ध में निर्देशित किया, उन्होंने कहा कि जनपद के समस्त 451 ग्राम पंचायतों से एक-एक कृषकों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाय, ताकि वे अपने गॉव में रोल मॉडल की भूमिका बनाते हुए अन्य कृषकों को भी प्रशिक्षित कर सकें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र, उद्यान, पशुपालन, सहकारिता, मत्स्य, कृषि, सिंचाई व अन्य सम्बन्धित विभाग अपने विशेषज्ञों के सहयोग से अपनी देख-रेख में प्रशिक्षित करें।
सीडीओ ने कृषि से सम्बन्धित समस्त विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं की रिपोर्ट स्पष्ट एवं धरातल पर किये गये कार्यों के अनुसार मद्वार बनवायें, जिससे जनपद को आवंटित योजनावार धनराशि एवं लक्ष्य का वितरण पात्र कृषकों को शत-प्रतिशत कराया जा सकें। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी, कृषि रक्षा अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी एवं उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि जनपद में संचालित पेस्टिसाइड्स की दुकानों का निरीक्षण कर नकली पेस्टीसाइड्स के विक्रय पर अंकुश लगाए।
उन्होंने कहा कि यूपीडास्प, उद्यान विभाग एवं भूमि संरक्षण विभाग द्वारा कराये जा रहें कार्यो का भौतिक निरीक्षण माह सितम्बर तक पूर्ण करा लिया जाय। उन्होंने सहायक अभियन्ता,लघु सिंचाई को निर्देशित किया कि जिन कृषकों द्वारा बोरिंग के लिए आवेदन किया गया है, उन सभी कृषकों को लाभान्वित करते हुए माह सितम्बर तक शत-प्रतिशत कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।
उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया कि कृषक, पी0एम0-किसान निधि योजना के अन्तर्गत निरन्तर किश्त पाते रहें, इसके लिए कृषकों को अपने-अपने बैंकों में आधार सीडिंग, फार्मर रजिस्ट्री करवाने के लिए प्रेरित किया जाय। उन्होंने खरीफ-2025 में कृषकों के के0सी0सी0 के सापेक्ष कम बीमा होने तथा बड़ी संख्या में बैकों द्वारा प्रीमियम राशि काटने के उपरान्त भी पोर्टल पर अपडेट नहीं किए जाने से कृषकों की फसलों का बीमा पंजीकरण नहीं हो पा रहा है एवं पेडिंग एकाउण्ट मार्क नहीं करने के कारण बीमा पोर्टल पर कृषकों का आवेदन अवरूद्ध होने पर लीड बैंक प्रबन्धक एवं अन्य बैंकर्स को निर्देशित किया कि अपेक्षित कार्यवाही 15 सितम्बर तक पूर्ण कराते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
इस अवसर पर उप कृषि निदेशक सतेन्द्र कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख व वरिष्ठ वैज्ञानिक, समन्वय यूपीडास,जिला उद्यान अधिकारी, फसल बीमा करने वाली कम्पनी के जनपद को-ऑर्डिनेटर एवं बैंक के कर्मचारी उपस्थित रहें।