कौशाम्बी,
आवास दिलाने के बहाने गरीब की बेशकीमती जमीन का बैनामा कराने का आरोप,पुलिस से हुई शिकायत,
यूपी के कौशाम्बी जिले के एक गांव में एक गरीब परिवार से धोखाधड़ी कर उसकी कीमती जमीन का बैनामा कराए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित दंपत्ति का आरोप है कि उसे सरकारी आवास दिलाने का झांसा देकर कुछ लोगों ने उसके जमीन संबंधी कागजात हड़प लिए और फिर छलपूर्वक जमीन की रजिस्ट्री करा ली।
मामला मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के रामपुर बसोहरा गांव का है जहा के पीड़ित कुंवारे लाल पुत्र भोरे लाल निवासी रामपुर बसोहरा जो कि आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है और वर्षों से सरकारी आवास के लिए प्रयासरत था। इसी का फायदा उठाकर आरोपितों ने उसे भरोसे में लिया और कहा कि यदि वह कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर दे तो उसे जल्दी ही आवास की मंजूरी मिल जाएगी। पीड़ित ने उम्मीद में कागजों पर दस्तखत कर दिए। बाद में पता चला कि जिन कागजातों पर हस्ताक्षर लिए गए थे, वे दरअसल उसकी जमीन के बैनामे से जुड़े थे।
घटना की जानकारी होने के बाद पीड़ित ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रही है। ग्रामीणों में घटना को लेकर आक्रोश है और प्रशासन से न्याय की मांग की जा रही है।
अतीक अहमद से जुड़े हैं भूमाफियाओं के तार
कौशाम्बी जिले में सक्रिय कुछ भूमाफियाओं के तार माफिया डॉन अतीक अहमद के नेटवर्क से जुड़े होने की बातें सामने आ रही हैं। हाल ही में मंझनपुर, और सिराथू क्षेत्र में जमीन हड़पने की घटनाओं की जांच के दौरान चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, मामलों में लिप्त कुछ लोगों का पुराना आपराधिक इतिहास अतीक अहमद के गैंग से जुड़ा रहा है।
जानकारों का कहना है कि अतीक अहमद की मौत के सालों बाद भी उसके नेटवर्क के कुछ लोग जिले में सक्रिय हैं, जो गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों की जमीनें हड़पने में जुटे हैं। कई मामलों में फर्जी दस्तावेजों के जरिए रजिस्ट्री कराने और कब्जा करने की घटनाएं दर्ज की गई हैं।
प्रशासन और पुलिस ने ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है। एसपी ने बताया कि कुछ संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और शीघ्र ही साक्ष्यों के आधार पर बड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिले में अतीक अहमद के नेटवर्क के पुनर्जीवित होने की आशंका से लोग सहमे हुए हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।