कौशाम्बी
जिले में आवारा पशुओं से किसानों की फसलों के हो रहे नुकसान की रोकथाम के लिए लगातार संघर्ष कर रहे समर्थ किसान पार्टी के कार्यकर्ताओं की कोशिश रंग लाई और पशुपालन विभाग ने कलुआ पुर मजरा उदहिन बुजुर्ग का गौशाला चालू करा दिया है। इस अवसर पर तमाम आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला में बन्द किया गया।
गौरतलब है कि आवारा पशुओं से क्षेत्रीय किसानों की फसलों के हो रहे नुकसान को रोकने एवं आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला में बन्द करने को लेकर समर्थ किसान पार्टी के तत्वावधान में कई महीनों से लगातार धरना प्रदर्शन और आंदोलन किया जा रहा था जिसपर पशुपालन विभाग और जिला प्रशासन बार बार गौशाला चालू कराने का आश्वासन दे रहा था। इस मुद्दे को लेकर समर्थ किसान पार्टी के नेता अजय सोनी लगातार व्यक्तिगत रूप से जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग के अधिकारियों से तत्काल कलुआपुर गौशाला चालू कराने का दबाव डाल रहे थे। इतना ही नहीं बल्कि क्षेत्रीय किसानों के साथ अधिकारियों का तहसील और जिला स्तर पर घेराव कर जल्द से जल्द गौशाला चालू कराने की जिद कर रहे थे।
इसी प्रयास के तहत गुरुवार को अजय सोनी को साथ लेकर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कौशांबी डॉ बी पी पाठक, क्षेत्रीय पशु चिकित्साधिकारी डॉ एस के श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और ग्राम पंचायत अधिकारी को बुलाकर तत्काल समुचित व्यवस्था कराई और दर्जनों आवारा पशुओं को पकड़वा कर गौशाला में बन्द कराकर उनके चारे पानी की व्यवस्था करवाकर गौशाला चालू कराया।
इस अवसर पर डॉ बी पी पाठक ने किसान नेता अजय सोनी की तारीफ करते हुए कहा कि इस गौशाला के जल्द चालू कराए जाने को लेकर अजय सोनी जी के द्वारा लगातर सक्रिय होकर किया गया प्रयास सार्थक हुआ जबकि यह गौशाला अर्ध निर्मित रूप से करीब साल भर से अधिक समय से वीरान पड़ा था और इसके बाद काम चालू कराए गए गौशाला चालू हो गए लेकिन यह गौशाला अभी तक बन्द पड़ा था।
मौके पर मौजूद रहे किसानों से वार्ता करते हुए अजय सोनी ने कहा कि क्षेत्रीय किसानों की फसलों के हो रहे नुकसान से परेशान किसानों की फसलों को बचाने के लिए हमने इस समस्या का समाधान कराया है। अब आशा है कि इस गौशाला के चालू होने से किसानों को रात दिन खेतों की रखवाली करने से छुटकारा मिलेगा और किसानों की फसलों का नुकसान बन्द होगा।
इस अवसर पर समर्थ किसान पार्टी के कार्यकर्ता सुशील पांडेय, संतोष सिंह, गया प्रसाद सिंह, संदीप सिंह, राम सुमेर, पंकज सिंह, सुभाष चन्द्र सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे।