किसान विधेयक की वापसी की मांग को लेकर सकिपा ने किया प्रदर्शन

कौशाम्बी

समर्थ किसान पार्टी ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान अध्यादेश विधेयक की वापसी की मांग को लेकर जिलाध्यक्ष प्रेम चन्द्र केसरवानी की अगुवाई में जिला मुख्यालय मंझनपुर में प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन भेजा। भेजे गए ज्ञापन में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान अध्यादेश विधेयको को केंद्र सरकार द्वारा तत्काल वापस लेने, धाता को तहसील बनाकर कौशांबी में शामिल करने, आवारा पशुओं से किसानों की फसलों के हो रहे नुकसान का सर्वे कराकर किसानों को समुचित मुआवजा देने, आवारा पशुओं से किसानों की फसलों के बचाव के लिए समुचित प्रबंध करने, उदहिन बुजुर्ग, अने ठा आदि स्थानों में निर्माणधीन गौशालाओं को तत्काल चालू कराने जैसी मांगे शामिल थीं। ज्ञापन स्वीकार करते हुए जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने तत्काल ज्ञापन राष्ट्रपति महोदय को पहुंचाने एवं किसानों की स्थानीय स्तर की समस्यायों को तत्काल हल कराने सहित धाता को कौशांबी में शामिल करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र भेजने की बात कही।

इसके पूर्व समर्थ किसान पार्टी के तत्वावधान में पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय में एक बैठक की। बैठक में बोलते हुए जिलाध्यक्ष प्रेम चन्द्र केसरवानी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान अध्यादेश विधेयक पूरी तरह से किसान विरोधी हैं और किसानों के हित के खिलाफ हैं। केंद्र सरकार को तत्काल तीनों किसान अध्यादेश विधेयक को वापस लेना चाहिए।

पार्टी के युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश यादव ने कहा आवारा पशुओं की समस्या से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। किसानों को खेतों की रखवाली के लिए कड़ाके की ठंड में रात भर खेतों में रखवाली करना पड़ रहा है और आवारा जानवर किसानों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। बार बार के शिकायत के बाद भी जिला प्रशाशन कोई ध्यान नहीं दे रहा और किसान परेशान हो रहे हैं।

इस अवसर पर जिला महासचिव राजवंत सिंह, राम शंकर यादव, दीपक कुमार वर्मा, राम सूचित पाल, कपूर चन्द्र केसरवानी समेत कई लोग मौजूद रहे।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor