कौशाम्बी,
मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत छात्रा नैन्सी बनीं एक दिन की BDO,गांव की समस्याओं का लिया संज्ञान,
यूपी के कौशाम्बी जिले में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल के तहत् नेवादा विकास खण्ड के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय,दाहिया मिश्रपुर की कक्षा आठ की मेधावी छात्रा नैन्सी को एक दिन के लिए खंड विकास अधिकारी (बी.डी.ओ.) का पद सौंपा गया।
नैन्सी ने ब्लॉक कार्यालय का बारीकी से निरीक्षण किया, लेखा-जोखा और दस्तावेजों की जांच की तथा समूह सखियों, ग्राम सचिवों के साथ बैठक कर गांवों की समस्याओं को सुना और उनका त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। यह आयोजन बालिकाओं में नेतृत्व क्षमता जागृत करने और प्रशासनिक प्रक्रियाओं से परिचित कराने का शानदार माध्यम साबित हुआ।
बैठक में नैन्सी ने गांवों में सफाई, सड़कों की मरम्मत, सामुदायिक शौचालयों की स्वच्छता और ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का पूर्ण लाभ सुनिश्चित कराने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता और बुनियादी सुविधाओं का अभाव विकास की बाधा है, इसलिए सभी जिम्मेदार अधिकारी, इन मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही करें। इस दौरान इंचार्ज वार्डन सारधा तिवारी और कंप्यूटर शिक्षिका सीमा सिंह भी उपस्थित रहीं, जिन्होंने नैन्सी का उत्साहवर्धन किया।
बैठक में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना और निराश्रित पेंशन योजना के लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई तथा इन योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने पर बल दिया।
सहायक विकास अधिकारी नीरज मिश्रा ने ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मियों द्वारा कराए जाने वाले कार्यों, स्वच्छ शौचालयों, सामुदायिक शौचालयों, मॉडल ग्राम शौचालयों के निर्माण, ग्राम निधि से किए जाने वाले विकास कार्यों, पंचायत भवन के संचालन के लिए पंचायत सहायकों की नियुक्ति तथा जन्म-मृत्यु पंजीकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी साझा की।
मौजूदा खंड विकास अधिकारी संजय गुप्ता ने नैन्सी को बी.डी.ओ. पद की जिम्मेदारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा, “नैन्सी जैसी बेटियां हमारा भविष्य हैं। मिशन शक्ति जैसी योजनाएं, उन्हें सशक्त बनाकर समाज को मजबूत कर रही हैं।” नैन्सी ने निरीक्षण के दौरान ब्लॉक के सभी कक्षों का दौरा किया, लेखा-जोखा की जांच की और कागजातों के रखरखाव पर सुझाव दिए।
यह आयोजन, न केवल नैन्सी के लिए अविस्मरणीय अनुभव रहा, बल्कि क्षेत्र की अन्य बालिकाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गया। मिशन शक्ति के तहत ऐसी पहलों से बालिकाओं में आत्मविश्वास बढ़ रहा है और वे प्रशासनिक व्यवस्था से जुड़कर समाज सेवा की दिशा में सोचने लगी हैं। स्थानीय लोगों ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से जोड़ते हुए कहा कि इससे ग्रामीण स्तर पर जागरूकता फैलेगी।