शिक्षक दिवस पर भवन्स मेहता महाविद्यालय में सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

कौशाम्बी,

शिक्षक दिवस पर भवन्स मेहता महाविद्यालय में सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

यूपी के कौशाम्बी जिले के भवन्स मेहता महाविद्यालय, भरवारी में शिक्षक दिवस के अवसर पर भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद किया गया।

उनके जन्मदिवस पर शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हुए कौशाम्बी जैसे अत्यन्त पिछड़े जनपद में शिक्षा के क्षेत्र में सतत प्रकाशमान अग्रणी संस्थाओं को *शिक्षा-सेवा सम्मान* से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के आरम्भ में बी ए एवं बी एस सी प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए दीक्षा कार्यक्रम आयोजित था। दीक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत डॉ सी पी श्रीवास्तव ने महाविद्यालय की परम्पराओं- शुचिता पूर्ण नकलविहीन परीक्षाओं, अनुशासन तथा महाविद्यालय में कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, वाचनालय एवं पुस्तकालय की उत्तम व्यवस्था पर प्रकाश डाला। प्रो. विवेक कुमार त्रिपाठी ने छात्र-छात्राओं से महाविद्यालय की परम्पराओं के पालन की अपेक्षा की। दीक्षा कार्यक्रम का संचालन डॉ धर्मेंद्र अग्रहरि ने किया और अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. प्रबोध श्रीवास्तव ने की।

कार्यक्रम के दूसरे चरण में कौशाम्बी जनपद की तीन संस्थाओं-‘नेशनल इंटर कालेज, भरवारी’, ‘एम जी एम के पी एस’ और ‘भवन्स मेहता विद्याश्रम, भरवारी’ को शिक्षा-सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। तीनों शिक्षण संस्थानों के प्राचार्यों द्वारा यह सम्मान ग्रहण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि भरवारी नगर पालिका की अध्यक्ष कविता पासी ने शिक्षक दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला।

विशिष्ट अतिथि महाविद्यालय के प्रबंधक संदीप सक्सेना ने शिक्षकों के सामाजिक योगदान को रेखांकित किया।मुख्य अतिथि कविता पासी, विशिष्ट अतिथि संदीप सक्सेना औऱ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. प्रबोध श्रीवास्तव द्वारा सम्मानित संस्था के प्राचार्यों को शॉल, प्रतीक चिह्न व प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के अभिभावक, महाविद्यालय के प्रो. विमलेश यादव, प्रो. श्वेता, प्रो पंकज, कैप्टन अरुण कुमार सिंह, डॉ योगेश मिश्र, डॉ नीति मिश्र, डॉ श्रद्धा, डॉ सतीश चंद्र तिवारी, डॉ अनुज तिवारी, डॉ लक्ष्मीकांत मिश्र, डॉ मोहम्मद आदिल, डॉ राहुल राय,डॉ दीपक कुमार, डॉ मनीष कुमार, पंकज पाल सहित महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की उपस्थिति रही।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor