कौशाम्बी,
डीएम ने खुरपका-मुंहपका टीकाकरण पशु चिकित्सा सचल वाहनों को कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर किया रवाना,
यूपी के कौशाम्बी डीएम सुजीत कुमार ने शुक्रवार को खुरपका-मुंहपका टीकाकरण पशु चिकित्सा सचल वाहनों को कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पशु चिकित्सा सचल वाहन जनपद के प्रत्येक ग्राम में जाकर पशुओं का टीकाकरण करेंगी।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ए0 के0 सागर ने बताया कि राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के तहत् दिनांक 15 दिसम्बर 2023 से 29 जनवरी 2024 तक खुरपका-मुंहपका टीकाकरण अभियान का तृतीय चरण संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में समस्त गौवंशी पशु (176495) एवं महिषवंशीय पशु (364403) का टीकाकरण (04 माह से छोटे एवं 08 माह से ऊपर ग्याबन पशुओं को छोड़कर) किया जाना है।
उन्होंने बताया कि खुरपका-मुंहपका एक विषाणु जनित संक्रामक रोग है, जिसके संक्रमण में आ जाने के उपरान्त पशु को तेज बुखार आता है, मुंह से लार गिरती है, मुंह एवं पैरों में छाले पड़ जाते है, पशु चारा खाना छोड़ देता है, दुग्ध उत्पादन घटते-घटते शून्य हो जाता है। गर्भवती पशु बच्चा गिरा देता है और अगर सही समय पर उपयुक्त इलाज नही दिया गया तो पशु की मौत भी हो जाती है। इस रोग से विदेशी नस्ल की गाय ज्यादा प्रभावित होती है। इस रोग से बचाव के लिए टीकाकरण मात्र एक रास्ता है।
राष्टीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम जो केन्द्र सरकार द्वारा पोषित है, एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित है, मे समस्त पशु पालकों के द्वार पर उनके पशुओं को नि:शुल्क टीकाकरण किया जाता है। इस कार्यक्रम में टीकाकरण से पूर्व कान में छल्ला डलवाना अनिवार्य है। टीकाकरण उपरान्त टीम द्वारा आपके पशुओं में किये गये टीकाकरण को “भारत पशुधन एप” पोर्टल पर अपलोड किया जाना है, जिसके उपरान्त ही टीकाकरण कर्मी को उसके मानदेय दिये जाने का प्राविधान है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने सभी पशुपालकों को सूचित किया है कि पशुपालन विभाग द्वारा चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत टीका कर्मियों का सहयोग करते हुये अपने समस्त पशुओं में टीका लगवाये एवं टीकाकरण कार्य से पूर्व ईयर टैग (छल्ला) अवश्य लगवायें। इसके साथ ही साथ अपने गाँव में टीकाकरण की तारीख जानने के लिए अपने ग्राम प्रधान अथवा विकास खण्ड पर स्थित पशु चिकित्साधिकारियों से सम्पर्क कर सकते हैं।