जिला पंचायत अध्यक्ष,डीएम एवं भाजपा जिलाध्यक्ष ने खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में किसानों को मोटे अनाज का मिनी किट,एवम चयन प्रमाण पत्र किया वितरित

कौशाम्बी,

जिला पंचायत अध्यक्ष,डीएम एवं भाजपा जिलाध्यक्ष ने खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में किसानों को मोटे अनाज का मिनी किट,एवम चयन प्रमाण पत्र किया वितरित,

यूपी के कौशाम्बी जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर,डीएम मधुसूदन हुल्गी एवं भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने उदयन सभागार में आयोजित जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष, डीएम एवं भाजपा जिलाध्यक्ष ने कुल 46 किसानों को श्रीअन्न (मोटे अनाज) का मिनी किट वितरित किया। इसके साथ ही पीएम कुसुम योजनातर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में चयनित लाभार्थियों- अशोक कुमार, सुरसती, शिवभवन, नसीम अहमद, बेनीलाल निर्मल एवं मानसिंह को चयन प्रमाण पत्र भी वितरित किया।

जिला पंचायत अध्यक्ष ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि किसान हमारे देश की अर्थव्यवस्था के रीढ़ हैं । किसान देश के भाग्य विधाता हैं। किसान धूप,ठंड एवं बरसात की परवाह किए बिना पूरी लगन के साथ खेत में कार्य करते हुए फसल उपजाते हैं। किसान देश के अन्नदाता है।

भाजपा जिलाध्यक्ष ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि इस गोष्ठी का उद्देश्य किसानों को जागरूक करना है कि खरीफ की फसलों का प्रबंध किस प्रकार कर अधिक से अधिक पैदावार किया जाय। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को संचालित कर किसानों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने 2047 तक देश को विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है, देश विकसित तभी होगा जब किसान आर्थिक रूप से सक्षम हो, इस दिशा में केन्द्र तथा प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य कर रही हैं।

उन्होंने किसानों से कहा कि मोटे अनाजों का अधिक से अधिक उत्पादन करें, मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। सरकार ने मोटे अनाजों के अधिक से अधिक उत्पादन के लिए क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि अपने फसलों में कम से कम कीटनाशकों तथा रासायनिक खादों का प्रयोग करें। खेती के उन्नत तकनीकों को अपनाए, इससे कम लागत में अधिक से अधिक पैदावार होंगी।

उप कृषि निदेशक सतेंद्र कुमार तिवारी द्वारा किसानों को केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं यथा-कृषि यंत्रीकरण योजना एवं इन-सीटू योजना, पीएम कुसुम योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना,प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, भारत सरकार द्वारा 10 हजार कृषक उत्पादन संगठनों के गठन की योजना तथा मृदा परीक्षण आदि की विस्तृत जानकारी दी गई।

गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिक,किसान विज्ञान केंद्र डॉ0 अजय कुमार द्वारा किसानों को कम लागत में अधिक पैदावार करने, खेती में उन्नत तकनीकों को अपनाने, फसलों में होने वाले रोग एवं रोगों से बचाव की विस्तृत जानकारी दिया गया। इसके साथ ही उनके द्वारा धान की बेहन किस प्रकार तैयार किया जाय, अधिक पैदावार वाली धान की किस्म,धान की फसल में होने वाले रोग एवं रोगों से बचाव के तरीके तथा धान के फसल प्रबंधन के विषय में विस्तृत जानकारी भी दी गई। उन्होंने किसानों को अधिक से अधिक मोटे अनाज का उत्पादन करने एवं नैनो यूरिया का उपयोग करने के प्रति भी जागरूक किया।

कृषि वैज्ञानिक,नैनी एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट डॉ0 शैलेंद्र कुमार सिंह द्वारा किसानों को बीज शोधन तथा पेड़ों एवं फलों में लगने वाले कीड़ों एवं उपचार के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई।

गोष्ठी में किसान विनोद कुमार यादव निवासी-सैयद सरावा ने बताया कि वे उद्यान विभाग द्वारा संचालित फलदार बागरोपण योजना का लाभ लेकर 05 बीघा में नींबू की खेती करते हैं। इस वर्ष नींबू की खेती से 13 लाख रुपए की आमदनी हुई हैं।किसान सुभाष ने अपने अनुभव को साझा करते हुए धान की उन्नत खेती कैसे करें के विषय में विस्तार से जानकारी दी। किसान नेहा यादव एवं श्री दुर्गेश कुमार साहू ने ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव के विषय में अपने अनुभव को साझा किया।

गोष्ठी में जिला कृषि अधिकारी संतराम तथा जिला कृषि रक्षा अधिकारी इंद्रजीत यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं किसान भाई उपस्थित रहें।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor