कौशाम्बी,
डीएम ने विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना,
यूपी के कौशाम्बी डीएम मधुसूदन ने विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान जागरूकता रैली को कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह रैली कलेक्ट्रेट परिसर से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,मंझनपुर तक निकाली गयी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुष्पेंद्र कुमार एवं जिला मलेरिया अधिकारी डॉ0 अनुपमा मिश्रा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहें।
जनपद में विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान 01 जुलाई से 31 जुलाई 2024 तक संचालित किया जायेंगा, जिसके अन्तर्गत जनपदवासियों को मच्छरों एवं संक्रामक रोगों से बचाव के उपायों के विषय में जागरूक किया जायेंगा।
“स्वस्थ्य व्यवहार अपनाना है, संचारी रोगों को हराना है।”’ मच्छरों से बचाव के लिए दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवानें, नियमित मच्छरदानी का प्रयोग करनें, मच्छररोधी उपाय अपनाने, अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इकट्ठा न होने देंने, पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रखनें, पूरी बॉह वाली कमीज पैन्ट और मोजे पहननें, घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने देने, कूलर व गमलों आदि को सप्ताह में खाली कर सुखाने एवं गड्ढ़ों में जहॉ पानी इकट्ठा हो, उसे मिट्टी से भर देंने आदि के प्रति जागरूक किया जायेंगा।
इसी प्रकार संक्रामक रोगों से बचाव के लिए नालियों में जल जमाव रोंकने एवं नियमित सफाई करने, जानवर बाडे़ घर से दूर रखने, जंगली झाड़ियों को नियमित साफ करने, चूहे-छछूंदरों से बचनें, पीने के लिए इण्डिया मार्का के पानी का प्रयोग करने, खाने से पहले साबुन से हॉथ धोनें, खुले में शौच न करने तथा नियमित शौचालय का प्रयोग करने आदि के प्रति जागरूक किया जायेंगा।
दिमागी बुखार की रोकथाम के लिए क्या करें-
. जे0ई0 के टीके 02 वर्ष तक के बच्चों को नियमित टीकाकरण सत्र में लगवायें।
. घरों के आस-पास साफ-सफाई रखें।
.मच्छरो से बचने के लिए पूरी बॉह वाली कमीज और पैंट पहनें।
. स्वच्छ पेयजल ही पियें।
. आस-पास जल जमाव न होने दें।
. कुपोषित बच्चों को प्रति विशेष ध्यान रखें।
. बुखार होने पर बच्चों को बिना किसी देरी के उपचार के लिए सरकारी अस्पताल ले जाय।
दस्तक अभियान 11 जुलाई से 31 जुलाई 2024 तक संचालित किया जायेंगा। दस्तक अभियान के अन्तर्गत आशा कार्यकत्री हर घर का भ्रमण कर संचारी रोगों से बचाव तथा इसके लक्षणों एवं उपचार सुविधाओं के प्रति जागरूक करेंगी। इसकें साथ ही डेंगू फाइलेरिया, मलेरिया, दिमागी बुखार एवं क्षय रोग के लक्षणयुक्त रोगियों की खोज कर जांच एवं उपचार के लिए सूची बनायेंगी।