सीडीओ ने डीआईओएस के साथ एसएवी इंटर कालेज,गुरुकुल का किया निरीक्षण

कौशाम्बी,

सीडीओ ने डीआईओएस के साथ एसएवी इंटर कालेज,गुरुकुल का किया निरीक्षण,

यूपी के कौशाम्बी सीडीओ डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी ने डीआईओएस सच्चिदानन्द यादव के साथ एस0ए0वी इण्टर कालेज सैनी का निरीक्षण किया गया। 01 प्रधानाचार्य, 20 अध्यापक, 04 लिपिक, 03 परिचारक एवं 01 चतुर्थ श्रेणी कार्मिक कार्यरत है, जिसमें से विकास पाण्डेय सहायक अध्यापक आकस्मिक अवकाश पर है। शेष सभी कार्मिक उपस्थित पाये गये।

उक्त विद्यालय के कक्षों का भी निरीक्षण किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं की उपस्थित संतोषजनक पायी गयी तथा पठन-पाठन भी ठीक पाया गया। ऊपर की कुछ कक्षाओं में पंखा व विद्युत की व्यवस्था नहीं पायी गयी, जिसके सम्बन्ध में निर्देश दिये गये। सभी कक्षाओं में पंखा एवं विद्युत आदि की नियमानुसार व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त सीडीओ द्वारा छात्राओं को कन्या सुमंगला योजना एवं उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के विस्तृत से जानकारी दी गयी। उक्त विद्यालय में दो छात्राओं ने कन्या सुमंगला योजना का फार्म भरा हुआ है।

इसी प्रकार कक्षा-10 की छात्रा रचना कुशवाहा के पिता जी का स्वर्गवास एक माह पूर्व हो चुका है, लेकिन योजना के बारे में जानकारी का अभाव होने कारण उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का आनलाईन फार्म आवेदन नहीं किया गया। इस सम्बन्ध में प्रधानाचार्य को निर्देश दिये गये उक्त छात्रा का आनलाईन आवेदन अविलम्ब करायें।

इस सम्बन्ध में जिला प्रोबेशन अधिकारी, कौशाम्बी को भी निर्देश निर्गत किये गये कि सभी विद्यालयों में उक्त योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराये, जिससे छात्राओं को अधिक से अधिक योजना से लाभान्वित कराया जा सकें।

सीडीओ द्वारा गुरूकुल महाविद्यालय का भी जिला विद्यालय निरीक्षक कौशाम्बी के साथ निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान केतन शर्मा विभागाध्यक्ष/प्रभारी प्रधानाचार्य व बृजेश कुमार परिचारक तथा मानदेय शिक्षक अनुज कुमार मौर्य स0अ0 शिरोमणी शास्त्री स0अ0 एवं  माधुरी गुप्ता स0अ0 मौके पर उपस्थित मिले, लेकिन शिरोमणी शास्त्री दिनांक 19 अगस्त, 2023 से दिनांक 23 अगस्त, 2023 तक लगातार उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर नहीं किया गया है और कुलदीप कमार दिनांक 21.08.2023 एवं 23.08.2023 को हस्ताक्षर नहीं किये गये है। साथ ही उक्त विद्यालय में मानदेय शिक्षक दो उपस्थिति पंजिका बनाये है, जो प्रधानाचार्य के पास उपस्थिति पंजिका है, उसमें अनुज कुमार मौर्य ने हस्ताक्षर किये गये तथा दूसरी उपस्थिति पंजिका में मानदेय शिक्षक शिरोमणी शास्त्री,  माधुरी गुप्ता एवं  कुलदीप कुमार द्वारा हस्ताक्षर कर अपने पास रखा जाता है, जबकि उपस्थिति पंजिका कार्यालय का दस्तावेज है, जो प्रधानाचार्य के पास होना चाहिए। यह स्थिति नितान्त आपत्तिजनक है।

उक्त विद्यालय में कुल 180 छात्र पंजीकृत है, परन्तु निरीक्षण के दौरान एक भी छात्र उपस्थित नहीं पााये गये। प्रधानाचार्य ने अवगत कराया गया कि विद्यालय में मरम्मत का कार्य चल रहा है। इस कारण बच्चे माह अगस्त, 2023 से विद्यालय नहीं आ रहें है, जिस पर डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी मुख्य विकास अधिकारी कौशाम्बी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिये गये कि कल से सभी पंजीकृत बच्चों का विद्यालय बुलाकर पठन-पाठन का कार्य प्रारम्भ किया जाय। साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिये गये समय-समय पर विद्यालय का निरीक्षण कर और उक्त के दोषी कार्मिके के विरूद्ध कार्यवाही भी प्रचलित कर अवगत करायें। ऐसी स्थिति अत्यन्त ही निराशाजनक है कि माह अगस्त, 2023 से बच्चों का पठन-पाठन अवरूद्ध चल रहा है।

राजकीय बालिका विद्यालय कड़ा का भी निरीक्षण किया गया। मौके पर प्रधाचार्य राजकीय बालिका विद्यालय कड़ा उपस्थित पायी गयी। राजकीय बालिका विद्यालय कक्षा-06 से कक्षा-12 तक सचांलित है। इस विद्यालय में 08 शिक्षक कार्यरत है, जिसमंे से  अनामिका विद्यार्थी चिकित्सीय अवकाश पर है। वर्तमान में 07 शिक्षक कार्यरत है।

विद्यालय में कुल 163 छात्रायें पंजीकृत है, जिसमें से आज दिनांक 23.08.2023 को मात्र 100 छात्रायें उपस्थित मिले। उक्त विद्यालय विज्ञान एवं कला वर्ग दोनों की वर्गो की पढ़ाई होती है, परन्तु विज्ञान वर्ग में मात्र एक गणित की प्रवक्ता होने के कारण विज्ञान वर्ग में रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान एवं भौतिक विज्ञान की पढाई व्यवधानित है। इस सम्बन्ध में जिला विद्यालय निरीक्षक कौशाम्बी को निर्देश दिये गये कि राजकीय बालिका विद्यालय कड़ा में विज्ञान वर्ग के शिक्षक की व्यवस्था करायें। इसके अतिरिक्त कक्ष का भ्रमण किया गया, जिसमें छात्राओं से पठन-पाठन के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी, परन्तु विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य न्यून कोटि का पाया गया, जो उचित नहीं है।इस सम्बन्ध में प्रधानाचार्य को निर्देश दिये गये पठन-पाठन पर विशेष ध्यान दिया जाय।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor