साइबर क्राइम से बचाव के सम्बन्ध में जी.के. डिजिटल लाइब्रेरी मंझनपुर में जागरुकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन,लोगो को बताए गए साइबर क्राइम से बचने के उपाय

कौशाम्बी,

साइबर क्राइम से बचाव के सम्बन्ध में जी.के. डिजिटल लाइब्रेरी मंझनपुर में जागरुकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन,लोगो को बताए गए साइबर क्राइम से बचने के उपाय,

पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० लखनऊ द्वारा बढ़ते हुए साइबर क्राइम अपराध से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूल, कॉलेजो व अन्य सार्वजनिक स्थानों में साइबर अपराध से जागरूक करने हेतु निर्देश के क्रम में एसपी राजेश कुमार के निर्देशन में गुरुवार को मंझनपुर जी.के. डिजिटल लाइब्रेरी मंझनपुर में छात्र व छात्राओं को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करने के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस जागरूकता कार्यक्रम में साइबर क्राइम थाना से एसआई दिलीप कुमार यादव,सिपाही संदीप कुमार व तेजपाल सिकरवार की साइबर टीम द्वारा विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध से सम्बन्धित अपराध के बारे में बताया गया व जागरूक किया गया।टीम ने छात्र छात्राओं को गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही साईबर हेल्प लाईन नंबर 1930 वा www.cybercrime.gov.in के बारे में जानकारी दी, जिस पर तत्काल कॉल वा वेबसाईट में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराने के बारे में जानकारी प्रदान की। जिससे आम जनमानस साइबर फ्रॉड से बच सके।

कार्यशाला में बताया गया कि प्रलोभन में आने के चलते लोग अपनी जिंदगी भर की कमाई खो बैठते हैं। इसलिए किसी भी प्रलोभन में न आएं। उन्होंने बैंक से संबंधित, क्यूआर कोड स्कैन, वाट्सएप हैक, ओएलएक्स के माध्यम से ठगी, केवाइसी, हनी ट्रेपिंग, डुप्लीकेट एप, आनलाइन लोन स्कैम, केबीसी, इंटरनेट मीडिया से ठगी, एटीएम, सेक्सटार्शन, कंप्यूटर संबंधी फ्राड और बचाव के संबंध में जानकारी दी व साइबर ठगी होने पर 1930 पर सूचना देने की अपील की।

उन्होंने छात्र छात्राओं को बताया कि आज के दौर में सबसे ज्यादा हो रहे सेक्सटार्शन व न्यूड काल ब्लैकमेल गैंग के सदस्य फेसबुक पर खूबसूरत लड़की की फोटो लगाकर रखते हैं, सबसे पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं, फिर फ्रेंड लिस्ट में शामिल होते ही चैटिंग करना शुरू कर देते हैं, इसके बाद बातों में फंसाकर वाट्सएप नंबर मांगते हैं, वीडियो काल से बात करने को कहते हैं, काल करने पर जैसे ही दूसरी तरफ से काल रिसीव होता है सामने न्यूड गर्ल दिखाई देने लगती है। इस दौरान काल करने वाले का वीडियो रिकार्ड कर लिया जाता है। इसके बाद ब्लैकमेल कर राशि मांगना का खेल शुरू हो जाता है। इनकार करने पर रिकार्ड वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हैं, यही नहीं आज के दौर में जिनका मो० नं0 आनलाइन पड़ा हुआ है उनको सीधे विडियो काल आ जा रही है, जब तक हम कुछ समझ पाते है, तब तक विडियो का स्क्रीन रिकार्ड कर लेते है ,ऐसे में किसी भी अन्जान नम्बर से विडियो काल आने पर रिसीव ना करें, रिसीव भी करना हो तो कैमेरे पर अंगूठा रख दे। हमें इन स्वयं से जागरूक रहने की जरूरत है।

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor