मथुरा में श्री कृष्ण के गर्भ गृह को कब्जा मुक्त कराने के लिए संत, महात्माओं के साथ श्रद्धालुओं ने हस्ताक्षर कर की अभियान की शुरुआत 

उत्तर प्रदेश,

मथुरा में श्री कृष्ण के गर्भ गृह को कब्जा मुक्त कराने के लिए संत, महात्माओं के साथ श्रद्धालुओं ने हस्ताक्षर कर की अभियान की शुरुआत,

उत्तर प्रदेश के मथुरा में भगवान श्री कृष्ण जन्म स्थान मूल गर्भ गृह पर मुगल काल में मंदिर को तोड़कर बनाई मस्जिद को हटा कर उस स्थान पर भव्य मंदिर निर्माण कराने के श्रीकृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के आंदोलन में शनिवार को एक और नया अध्याय जुड़ गया है।श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्यद्वार से न्यास के बैनर तले हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत हो गई। इसकी औपचारिक घोषणा महाकुंभ में 17 जनवरी को संत महात्माओं के बीच होगी। इसके साथ ही एक फरवरी को महाकुंभ में होने वाले महासंवाद की गतिविधियां तेज हो गई।

वृंदावन धाम के संत गोविंदानंद तीर्थ की अध्यक्षता में आरंभ हुए श्री कृष्ण जन्म भूमि की मुक्ति और वहां पर विशाल मंदिर निर्माण के अभियान को लेकर श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष और श्री कृष्ण जन्म भूमि विवाद केस के वादी महेंद्र प्रताप सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्यद्वार से जिस हस्ताक्षर अभियान की अनौपचारिक शुरुआत हुई है, उसकी औपचारिक घोषणा 17 जनवरी को महाकुंभ से होगी।

उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए समर्थन जुटाने का यह हस्ताक्षर अभियान महाकुंभ के बाद संपूर्ण देश में चलाया जाएगा। विदेशों में रह रहे न्यास के पदाधिकारी अपने अपने देशों में भी हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। इसकी रुपरेखा तो 27 नवंबर को वृन्दावन में हुई अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में तय कर ली गई थी। उसी को अब आगे बढ़ाया जा रहा है। एक फरवरी को होने वाले महासंवाद कार्यक्रम की तैयारी भी इसके साथ तेज हो गई हैं।

संत गोविंदानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि यहां पहले मंदिर ही थे। उनको तोड़कर मस्जिद बनाई गई। आज हम अपने इष्ट आराध्य की जन्म भूमि के मूल गर्भ गृह की मांग कर रहे हैं। इसमें क्या बुराई है। उन्होंने कहा कि जब हनुमान जी लंका गए थे, उन्होंने देखा कि रावण ने भी लंका में घरों को मंदिर का रूप दिया था। उसका उल्लेख रामायण में किया गया है।

मस्जिद थी कहां ? संत डॉक्टर आदित्या नंद महाराज ने कहा कि जिस तरह अयोध्या में भगवान राम की जन्म भूमि को मुक्त कराने की लड़ाई लड़ी जा रही है, ठीक उसी तरह भगवान श्री कृष्ण जी के मंदिर की लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एक दिन ईश्वर कृपा से न्यास अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा। वृंदावन पंडित श्यामानंद महाराज ने कहा कि किसी भी आंदोलन की सफलता उसके जन समर्थन पर निर्भर करती है, वह जन समर्थन हमारे साथ है।

श्री कृष्ण जन्म भूमि की मुक्ति के लिए शुरू हुए हस्ताक्षर अभियान का बैनर लगते ही श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्य द्वार पर हस्ताक्षर करने वालो में होड़ मंच गई। खास कर श्रद्धालुओं में। छिंदवाड़ा के मनीष सूर्यवंशी ने हस्ताक्षर करते हुए कहा कि हम सबकी इच्छा है कि भगवान श्री कृष्ण के मूल गर्भ गृह पर उनका भव्य मंदिर का निर्माण हो। मुंबई से यहां दर्शन करने के लिए सुमित भाई पटेल ने तो इस अभियान का हिस्सा बनने की इच्छा व्यक्त की।

इस मौके पर डॉक्टर लक्ष्मी गौतम, आरबी चौधरी, अधिवक्ता डीडी चौहान, संदीप कौर, समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

 

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor