राइस मिल मे लगी आग से करोड़ों का नुकसान,फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियों ने 5 घंटे मे पाया काबू

कौशाम्बी,

राइस मिल मे लगी आग से करोड़ी का नुकसान,फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियों ने 5 घंटे मे पाया काबू,

यूपी के कौशाम्बी जिले में पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के एक राइस मिल मे बीती रात भीषण आग लग गई। रहस्यमय हालत मे लगी आग मे मिल मे लगी मशीने जलकर राख़ हो गई। भीषण आग को काबू मे करने के लिए प्रयागराज व सिराथू, मंझनपुर एवं स्थानीय फायर स्टेशन के फायर टेंडर की मदद लेनी पड़ी। सुबह 8 बजे फायर कर्मियों ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया है। फायर विभाग के अधिकारी आग लगने के कारणो की तलाश कर रहे है। आग की लपटो व नुकसान को देख राइस मिल मालिक का बेटा बेहोस होकर गिर पड़ा। जिसका अस्पताल मे भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

पश्चिम शरीरा के चंपहा बाज़ार मे विजय जायसवाल ने निजी व सरकारी मदद से लक्ष्मी नारायण राइस मिल स्थापित कर रखी है। क्षेत्र के किसान व्यापारी से धान की खरीद कर मिल मे चावल बना कर खुले बाज़ार मे सप्लाई किया जाता है। हमेशा की तरह राइस मिल मे धान से चावल बनाने का काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक मिल मे रहस्यमय हालत मे आग लग गई। मिल मे काम कर रहे मजदूर जान बचा कर भाग निकले। मिल मे लगी आग ने भीषण रूप लेकर पूरी मिल को चपेट मे ले लिया।

आग लगने की खबर पुलिस को स्थानीय लोगों ने दी। पश्चिम शरीरा के FSO अशोक यादव ने आग को बेकाबू देख फायर स्टेशन सिराथू मंझनपुर एवं प्रयागराज जनपद से फायर ब्रिगेड की गाड़ियो को बुला कर आग को 5 घंटे बाद पूरी तरह से नियंत्रित किया। FSO अशोक यादव ने बताया, आग किन कारणो से लगी इसकी जांच की जा रही है। आग से हुए नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। मिल मे लगी छोटी बड़ी मशीने जलकर नष्ट हो गई है। इस लिहाज के लाखो रुपये के नुकसान की बात प्राइमरी जांच मे कही जा सकती है। अग्निकांड मे किसी तरह के जन हानि नहीं हुई है।

मालिक विजय जायसवाल ने बताया, आग लगने से मिल मे लगी 3.5 करोड़ की मशीन, 3 करोड़ रुपये के तैयार चावल, एवं मिल के भौतिक स्टेक्चर को नुकसान हुआ है।नुकसान से मिल मालिक का परिवार सदमे मे है। विजय जायसवाल का बेटा विकास मिल की हालत देख कर सदमे मे बेहोश हो गया। जिसे परिजनो ने प्रयागराज के निजी अस्पताल मे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। डाक्टरों के अनुसार विकास की हालत इलाज के बाद स्थिर है।

 

Ashok Kesarwani- Editor
Author: Ashok Kesarwani- Editor