कौशाम्बी
रजिस्ट्रार कार्यालय मंझनपुर में उस समय हंगामा मच गया, जब मौके पर वसीयत करने मृतक पहुंच गया। मृतक के पहुचने पर वहां के कर्मियों को शंका हुई ,पूछताछ के दौरान धोखाधड़ी करने वाला यह गिरोह मौके से फरार हो गया। जैसे ही यह चर्चा तहसील परिसर में पहुंची दिनभर इस खबर की लोग चर्चा करते रहे। तहसील क्षेत्र के किशनपुर अंबारी गांव निवासी जगरूप कि 17 जनवरी को मौत हो गई थी। जिसके बाद उसके बेटे सुरेश कुमार ने अपने पिता की मौत के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाने के लिए खंड विकास अधिकारी नेवादा के यहां आवेदन भी किया था। लेकिन हद तो तब हो गई जब गुरुवार 21 जनवरी को मृतक जगरूप अपनी जमीन का वसीयत करने मंझनपुर रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंच गया। यही नहीं मृतक ने ऑनलाइन आवेदन भी कराया कि वह अपनी जमीन को वसीयत करना चाहता है। जिसमें गवाह के रूप में जुगराजपुर निवासी फूलचंद और उसी के गांव अंबारी निवासी हाशिम गवाह भी हैं। मसौदा तैयार होकर रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंच गया। लेकिन कर्मियों को इस पूरी रजिस्ट्री पर शक हो गया था जिसके बाद जालसाजी कर रहे इन लोगों को कार्यालय के कर्मियों ने अपने पास बुलाया, लेकिन तब तक जालसाज को शक हो गया कि वह फंस सकते है। जिसके चलते जालसाज तहसील से फरार हो गए मौके पर कार्यालय के लोगों ने इलाकाई पुलिस को भी बुलाया लेकिन यह जलसाज नहीं मिले। घटना को लेकर तहसील परिसर क्षेत्र में हड़कंप रहा वहीं इलाके के लोग भी इस घटना की चर्चा करते हुए दिखाई दिये।