कौशाम्बी
जिले में सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते किसानों की फसलें जलमग्न हो गईं ।जिसके चलते किसानों का भारी नुकसान हुआ है। सिंचाई विभाग की लापरवाही से किसानों की फसलों के हुए नुकसान का स्थलीय जायजा लेने समर्थ किसान पार्टी के नेता अजय सोनी मौके पर पहुंचे। ग्राम उदहिन खुर्द, मोंगरी कड़ा, जगन्नाथपुर आदि गांवों के तमाम किसानों की फसलों के हुए नुकसान पर किसान नेता अजय सोनी मौके पर से करारी माइनर के सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता जे पी वर्मा से शिकायत की और किसानों के नुकसान का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की।इसके पूर्व किसानों से वार्ता करते हुए अजय सोनी ने कहा कि विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते किसानों का नुकसान हुआ है। विभाग आंख मूंदकर बगैर किसी प्रकार की देखरेख के नहरों में पानी छोड़ देता है और नहर का पानी तमाम किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन जाता है। आगे कहा कि अगर विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी नहर चलाने के बाद मौके पर जाकर बराबर पानी के आवागमन की देखरेख करते तो ऐसी नौबत नहीं आती।अजय सोनी ने कहा कि कई जगह सिंचाई विभाग द्वारा नहरों में पानी के आवागमन के लिए स्केप का गेट लगाया है परन्तु पानी छोड़ने के बाद नहरों की मॉनिटरिंग न करने से अराजक तत्वों द्वारा कई बार कई जगह स्केप गेट खोल दिया जाता है और नहरों का पानी लगातार बहता रहता है। इसी तरह से ग्राम जगन्नाथपुर में अराजक तत्वों ने स्केप गेट खोल दिया और कई दिन लगातार स्केप गेट खुला रह गया। इधर सूची विभाग उदासीन एवं लापरवाह रहा जिसके चलते मोंगरी के ताल की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। किसानों का कहना है कि अगर विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी लगातर सक्रिय होकर देखरेख करते तो ऐसा कत्तई नहीं होता
इसी के साथ अजय सोनी ने इस संबंध में कहा कि अगर सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों के नुकसान का समुचित मुआवजा नहीं दिया गया तो मुख्यमंत्री महोदय से विभाग के मनमाने रवैए और लापरवाही की लिखित शिकायत की जाएगी और सिंचाई विभाग के अधिकारियों का घेराव किया जाएगा। इस अवसर पर अजय सोनी के साथ अतुल मौर्य, श्रीचन्द्र यादव, राकेश सिंह, शुभम सिंह, नितिन कुमार आदि मौजूद रहे।