कौशाम्बी
जिले में कहीं भी हेलीपैड नहीं है। किसी वीआईपी या वीवीआईपी के आने पर अस्थायी हेलीपैड बनाया जाता है। हेलीपैड नहीं होने के कारण विदेशी पर्यटकों को कार से बौद्धस्थल घूमने आना पड़ता है। अगर हेलीपैड हो तो विदेशी सैलानी हवाई मार्ग से यहां आ सकेंगे। इससे उनकी संख्या भी बढ़ेगी और जिले की तरक्की के द्वार भी खुलेंगे। जिला प्रशासन ने जनपद की तरक्की के लिए कौशाम्बी खास में हेलीपैड बनवाने का निर्णय लिया है। डीएम अमित कुमार सिंह ने कौशाम्बी पहुंचकर कोसम से मुस्तफाबाद जाने वाली सड़के के बगल हेलीपैड व म्यूजियम के लिए भूमि देखी। हालांकि अभी भूमि का निर्धारण नहीं किया गया है। डीएम ने निर्माणाधीन गेस्ट हाउस और बहुउद्देशीय हॉल का भी जायजा लिया। कार्यदाई संस्था को निर्देश दिया कि निर्माण में मानक का पूरा ध्यान रखा जाए। बेपरवाही करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।